बाराबंकी: तबादले के चलते पीले नहीं हुए बेटियों के हाथ, अब 3 माह तक करना होगा इंतजार

500 से अधिक आवेदनों की जांच होने की बात कह रहा विभाग

बाराबंकी: तबादले के चलते पीले नहीं हुए बेटियों के हाथ, अब 3 माह तक करना होगा इंतजार

बाराबंकी, अमृत विचार। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत बेटियों के हाथ पीले करने के लिए माता और पिता को अब तीन माह का इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि अब नवंबर माह से पहले शुभ मुहूर्त नहीं हैं। समाज कल्याण विभाग द्वारा कराई जाने वाली इस सरकारी शादी को जुलाई माह में शुभ मुहूर्त के बीच कराने की तैयारी थी लेकिन इस बीच विभागीय अधिकारी का तबादला के चलते आवेदनों की जांच के साथ टेंडर नहीं हो पाया, जिसके चलते अन्य तैयारियों पर विराम लग गया। हालांकि विभाग ने करीब 500 आवेदनों की जांच कराने की बात कह रहा है।

गरीब परिवार की बेटियों के हाथ पीले कराने के लिए सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना चलाई जा रही है। इस योजना से प्रति जोड़े पर 51 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं। इनमें से 35 हजार रुपये बेटी के नाम खातों में भेजा जाता है जबकि 10 हजार रुपये में  जेवर, कपड़े आदि पर खर्च किया जाता है। शेष छह हजार की धनराशि भोजन और तैयारियों पर खर्च की जाती है। 

इस वित्तीय वर्ष में लोकसभा चुनाव के चलते एक भी शादियां नहीं हो सकी थी। हालांकि समाज कल्याण विभाग जुलाई माह में मिल रहीं शुभ मुहूत की तिथियों में जिला मुख्यालय पर एक भव्य आयोजन कर बेटियों के हाथ पीले कराने की तैयारी में लगा था लेकिन इस बीच जिला समाज कल्याण अधिकारी एसपी सिंह का तबादला और नई अधिकारी द्वारा तैनाती करने में समय लगने से इस आयोजन में रुकावट आ गई। 

हालांकि विभाग को करीब पांच सौ से अधिक आवेदन मिले हैं। जिनकी जांच एसडीएम व बीडीओ स्तर  से कराई जा रही है। चूंकि 16 जुलाई के बाद अक्तूबर माह तक शुभ मुहूर्त न होने से अब यह सरकारी शादी तीन माह बाद नवंबर माह में शुभ लग्न में कराई जाएंगी। ऐसे में बेटियों के अभिभावकों को तब तक इंतजार करना पड़ेगा। 

1750 शादियों का मिला है लक्ष्य

शासन ने इस वित्तीय वर्ष में समाज कल्याण विभाग को 1750 जोड़ों का विवाह कराने की लक्ष्य सौंपा है। इस लक्ष्य में से अभी एक भी शादियां नहीं हो सकी हैं। ऐसे में विभाग को नवंबर माह से मार्च तक इन पांच महीनों के अंदर लक्ष्य को पाना होगा। खास बात यह है कि शासन ने जून माह में ही करीब साढ़े आठ सौ जोडि़यों की शादी कराने के लिए प्रति जोड़े 51 हजार रुपये के हिसाब से 4.33 करोड़ का बजट भी मुहैया करा दिया था लेकिन इसके बाद भी एक भी आयोजन इस जुलाई माह में नहीं हो पाया है।

सामूहिक विवाह के आयोजन के लिए टेंडर आदि की प्रक्रिया नहीं हो पाई है आवेदनों की जांच भी अब चल रही है। ऐसे में 15 जुलाई के बाद अब सीधे नवंबर माह में ही शुभ लग्न की तिथियां मिल रही हैं। उन्हीं तिथियों में शादियां कराई जाएंगी। शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा...,सुषमा वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी।

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