रुद्रपुर: भारी पुलिस फोर्स के बीच ध्वस्त किए 46 कच्चे-पक्के मकान

रुद्रपुर: भारी पुलिस फोर्स के बीच ध्वस्त किए 46 कच्चे-पक्के मकान

रुद्रपुर, अमृत विचार। विगत दिवस भगवानपुर कुलड़िया में आधी-अधूरी कार्रवाई के बाद शनिवार को मिली 24 घंटे की मोहलत के बाद एक बार फिर भारी पुलिस फोर्स के साथ 46 कब्जा धारकों के मकानों और झोपड़ियों को ध्वस्त किया गया। सुबह होते ही छावनी में तब्दील इलाके को देख ग्रामीण खौफजदा हो गए और महज गिड़गिड़ाने के सिवा कुछ नहीं कर पाए। देखते ही देखते जेसीबी मशीन ने लोक निर्माण विभाग की अधिकृत भूमि को खाली करवा दिया।

बताते चलें कि काशीपुर हाईवे किनारे स्थित भगवानपुर कुलड़िया में 46 परिवार पिछले कई वर्षों से काबिज थे। पिछले दो सालों में लोक निर्माण विभाग ने इस भूखंड पर अधिकार जमाते हुए न्यायालय में याचिका डाली। अदालत का फैसला लोक निर्माण विभाग के पक्ष में आया। जिसके बाद 11 जुलाई को जिला एवं पुलिस प्रशासन की देखरेख में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई, लेकिन दोपहर बाद अचानक माहौल बिगड़ने के बाद कार्रवाई को रोक दिया गया था और कब्जा धारकों को 24 घंटे की मोहलत देते हुए टीम वापस लौट गई थी। समय अवधि निकलने के बाद शनिवार को पुलिस प्रशासन ने अभेद रणनीति बनाकर सुबह 8 बजे एसडीएम मनीष बिष्ट, कौस्तुभ मिश्रा, एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ अनुषा बडोला, सीओ निहारिका तोमर, सीओ रेवाधर मठपाल, सीएफओ निशांत कटारिया के अलावा पीएसी और जिले भर के थाना-चौकियों के पुलिस बल के साथ भगवानपुर कुलड़िया पहुंचे।

इस दौरान छावनी में तब्दील गांव को देख कब्जाधारी खौफजदा हो गए। अराजकता से निपटने की पूरी तैयारी के साथ पहुंचे पुलिस प्रशासन को देखकर कब्जा धारकों के सामने गिड़गिड़ाने के सिवाय कुछ नहीं था और देखते ही देखते जेसीबी मशीनों ने 46 घोषित अतिक्रमणकारियों के आशियाने को धराशायी कर दिया। प्रशासन की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को देखकर हर कोई हैरान था।

 

इनसेट-

300 अधिकारियों-जवानों को किया गया कार्रवाई के दौरान तैनात

रुद्रपुर। भगवानपुर कुलड़िया में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। अराजकता से निपटने के लिए एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ अनुषा बडोला, सीओ अनुषा बडोला, निहारिका तोमर, रेवाधर मठपाल, सीएफओ निशांत कटारिया के अलावा जिले के पांच निरीक्षक, 60 उपनिरीक्षक सहित एक कंपनी पीएसी, डेढ़ प्लाटून पीएसी, दंगा नियंत्रण वाहन, सीपीयू सहित जिले के थाना-चौकियों का फोर्स मिला कर 300 पुलिस अधिकारी-जवानों को लगाया गया था। यही कारण है कि भारी पुलिस फोर्स के कारण गांव छावनी में तब्दील हो गया।

 

कोट-

जिला एवं पुलिस प्रशासन न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए भगवानपुर कुलड़िया में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। पिछले दो सालों से मामला न्यायालय में विचाराधीन था, लेकिन चार माह से घोषित अतिक्रमणकारियों को मौका दिया जाता रहा। बावजूद भूखंड खाली नहीं हुआ तो शुक्रवार की देर रात्रि को धारा 144 लागू कर दी गई और ध्वस्तीकरण स्थल से पांच सौ मीटर की दूरी को प्रतिबंधित इलाका घोषित कर दिया था। ड्रोन कैमरों से वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी करवाई गई। कार्रवाई न्यायालय के आदेशों का पालन है।

-मंजूनाथ टीसी, एसएसपी, ऊधमसिंह नगर।