बारिश के बाद थम गई गाड़ियों की रफ्तार, प्रमुख मार्गों में रेंगते रहे वाहन

बारिश के बाद थम गई गाड़ियों की रफ्तार, प्रमुख मार्गों में रेंगते रहे वाहन

अमृत विचार, लखनऊ। मंगलवार को बारिश के बाद शहर के कई प्रमुख मार्गों पर यातायात असंतुलित हो गया। स्कूलों की छुट्टी होने के समय मूसलाधार बारिश होने लगी। वहीं, सड़कों के किनारे जलभराव की स्थिति हो गई। जिसके चलते मार्गों पर अचानक वाहनों का दबाव बढ़ गया और फर्राटा भरने वाले वाहन रेंगते दिखाई पड़े। वाहनों के दबाव से यातयात अव्यवस्थित हो गया। जिसमें कई स्थानों पर स्कूली बच्चे फंसे रहे। इसके अलावा कई मार्गों पर एम्बुलेंस के सायरन की आवाजे गूंजती रही।

जाम एक जाम

दरअसल, मंगलवार सुबह बारिश थमने के बाद शहर के प्रमुख इलाकों पर वाहनों का दबाव दिखने को मिला। जिससे यातयात व्यवस्था आंशिक तौर पर अव्यवस्थित हो गई। वहीं, क्षतिग्रस्त मार्गों पर बरसात का पानी भर गया जिससे राहगीरों को आवागमन में काफी असुविधा उठानी पड़ी। शहर के कई क्षेत्रों में सड़कों और नालियों का निर्माण कार्य किया गया। निर्माण पूरा होने के बाद कार्यदायी कंपनियों के ठेकेदार सड़कों के गढ्ढे तो बंद कर दिया, लेकिन बारिश के बाद यह गढ्ढे ही राहगीरों के लिए मुसीबत बन गया। हालात यह है कि बारिश के महानगर के काली मंदिर से मछली मंडी और रहीमनगर तक यातायात अव्यवस्थित रहा। वाहनों के बीच फंसे राहगीरों ने मोबाइल कैमरो से वीडियो तैयार कर उसे एक्स पर अपलोड कर दिया। वीडियो बनाने वाले शख्स का दावा है कि वह रहीमनगर चौराहे से लेकर पुलिस आयुक्त कार्यालय तक उसे जाम का सामान करना पड़ा। इन मार्गों पर यातायात व्यवस्था संभाल रहे पुलिस कर्मी भी नदारत थे।

इसके अलावा, आलमनगर ओवर फ्लाई ओवर पर भी वाहनों का दबाव रहा। लाल मस्जिद के पास जलभराव की स्थिति थी। जिस वजह से वाहनों की रफ्तार थम गई। यही आलम कैसरबाग चौराहे पर भी देखने को मिला। चौराहे पर सड़क खुदी होने के कारण वाहनों के पहिए थम गए। वहीं, ठाकुरगंज इलाके में वाहनों के दबाव के चलते एक एम्बुलेंस भी रेंगती रही। हालांकि, एम्बुलेंस के सायरन बजाने के बाद भी लोग चाह कर भी उसको निकलने के लिए रास्ता नहीं दे पाए। इसके साथ ही मंडलायुक्त कार्यालय, टेढ़ी पुलिया चौराहा, जगरानी हास्पिटल, खुर्रमनगर, पॉलीटेक्निक , चिनहट, निशातगंज, कैसरबाग चौराहा, बालागंज, समेत अन्य जगहों पर जल भराव निर्माणकार्य के चलते वाहन चालक इन मार्गों पर रेंगते रहे। उधर, हैदरगंज ओवर ब्रिज के बगल से मोहान रोड टिकैतरॉय तालाब  से आने वाले लोगों को भी वाहनों का दबाव झेलना पड़ा।

दुबग्गा सब्जी मंडी एक

वहीं, दुबग्गा फल सब्जी व्यापारी समिति के महामंत्री शाहनवाज हुसैन ने बताया कि बारिश के बाद थोक सब्जी मंडी फिर से गदें नाले में तब्दील हो गई। बताया कि जल भराव की स्थिति का आलम यह था कि दुकानों के अंदर और सड़कों पर तीन-तीन चार-चार इंच पानी भर गया। बताया कि पिछले साल ही मंडी परिषद ने एक बड़ी रकम दुबग्गा मंडी के जल भराव के निकासी के लिए खर्च की गई थी। बावजूद इसके समस्या जस की तस है। दुबग्गा मंडी यह जल भराव की स्थिति विगत 5 सालों से झेल रही है, अभी तक वैकल्पिक व्यवस्था से ही जल भराव की स्थिति को नियंत्रित किया जाता रहा है ।स्थाई तौर पर इसकी व्यवस्था करने में मंडी प्रशासन पूरी तरह से असफल रहे यहां के कारोबारी सिर्फ टैक्स देने की मशीन ही बनकर रह गए हैं

 

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