बरेली: भितरघातियों पर जल्द कार्रवाई कर सकती है भाजपा, आंवला और बरेली में पर्यवेक्षकों ने की थी जांच

बरेली, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव में बरेली और आंवला संसदीय क्षेत्र में भितरघात करने वाले नेताओं पर भाजपा का प्रदेश नेतृत्व जल्द ही कार्रवाई कर सकता है। पार्टी में सुगबुगाहट है कि पिछले दिनों दोनों संसदीय क्षेत्रों में जांच के बाद पर्यवेक्षकों की ओर से दी गई रिपोर्ट मुख्यालय को दे दी गई है। अब भितरघात करने वालों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार चल रहा है।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव में इस बार बरेली में आठ बार के सांसद संतोष गंगवार का टिकट काटकर पूर्व विधायक छत्रपाल गंगवार को उतारा था आंवला में दो बार सांसद रह चुके धर्मेंद्र कश्यप पर ही दांव लगाया गया था। पार्टी ने दोनों सीट जीतने के लिए पूरी जान लगाई लेकिन फिर भी आंवला की सीट हाथ से चली गई। बरेली में भी छत्रपाल सिंह काफी मुश्किल से जीत पाए। उन्हें वोट तो पिछली बार से ज्यादा मिले लेकिन जीत का अंतर काफी कम रह गया।
आंवला में हार के कारणों और बरेली में जीत का अंतर कम हाेने की समीक्षा करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया था। आंवला में कानपुर की विधायक नीलिमा कटियार और पश्चिमी क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसौदिया ने बतौर पर्यवेक्षक जांच की, जबकि बरेली में समीक्षा के लिए कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल सिंह और पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय महामंत्री हरिओम शर्मा आए थे।
पर्यवेक्षकों की ओर से की गई समीक्षा में दोनों सीटों पर पार्टी के विधायकों से नाराजगी, विपक्ष के संविधान बदलने का मुद्दा, छुट्टा पशुओं की समस्या, अधिकारियों की मनमानी और भितरघात को पार्टी को हुए नुकसान का कारण बताया गया था।
बताया जा रहा है कि पर्यवेक्षकों ने समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश मुख्यालय में दाखिल कर दी है। इसमें बरेली जिला, महानगर और आंवला में भितरघात करने वाले कई नेताओं के नाम शामिल बताए जा रहे हैं। भितरघात करने वालों के नामों को अब तक गोपनीय रखा गया है, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि पर्यवेक्षकों की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट पर प्रदेश स्तर पर विचार चल रहा है। जल्द ही भितरघात करने वालाें पर कार्रवाई के बारे में निर्णय लिया जा सकता है।