Kanpur: कोरोना काल की फीस वापसी के लिए निजी स्कूलों पर कसा शिकंजा, टीमें स्कूलों में जाकर करेंगी जांच, खंगालेंगी अभिलेख

Kanpur: कोरोना काल की फीस वापसी के लिए निजी स्कूलों पर कसा शिकंजा, टीमें स्कूलों में जाकर करेंगी जांच, खंगालेंगी अभिलेख

कानपुर, अमृत विचार। आरटीई के बाद अब फीस वापसी को लेकर निजी स्कूलों पर शिकंजा कस गया है। सोमवार से शहर में दस टीमें स्कूलों में जाकर फीस वापसी की जांच करेंगी। इस जांच में ऐसे स्कूलों को भी शामिल किया जाएगा जिन्होंने अब तक कोरोनाकाल की फीस अभिभावकों को वापस नहीं की है। इस संबंधमें शिक्षा विभाग की ओर से जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है।

शहर के 152 स्कूल ऐसे हैं, जिनको शिक्षा विभाग ने अप्रैल महीने में फीस वापसी की रिपोर्ट साझा करने का आदेश दिया था। स्कूलों की ओर से रिपोर्ट साझा न किए जाने के बाद विभाग की ओर से उन्हें नोटिसें भी जारी की गई थीं। इनमें शहर के कई नामी स्कूल भी शामिल हैं। रिपोर्ट साझा न करने वाले स्कूलों के खिलाफ जांच के लिए अब विभाग की ओर से कमेटियों का गठन कर दिया गया है। 

इस कमेटी में एसीएम, खंड शिक्षा अधिकारी व जीआईसी के प्रधानाचार्यों को भी रखा गया है। इसके अलावा एक जिला स्तरीय कमेटी भी बनाई गई है जिनमें जिला विद्यालय निरीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी शामिल किया गया है। यह कमेटी जिले के सभी स्कूलों की स्क्रीनिंग करेगी। जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि निजी स्कूलों को कोरोनाकाल के दौरान अभिभावकों से ली गई फीस को समायोजित या वापस किए जाने का आदेश कोर्ट की ओर से हुआ था। लेकिन कई स्कूलों ने फीस वापस नहीं की है। इसी कारण यह कार्रवाई की जा रही है। 

58 स्कूलों का दावा फीस समायोजित की 

शिक्षा विभाग को अब तक 58 निजी स्कूलों ने बताया है कि उन्होंने फीस समायोजित की है। इन स्कूलों को भी जांच की जद में रखा गया है। इन स्कूलों की ओर से दी गई रिपोर्ट को भी जांच टीम खंगालने उनके परिसर जाएगी।   

आरटीई पर भी फंसे स्कूल

इससे पहले आरटीई पर भी निजी स्कूलों पर प्रशासन व बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से शिकंजा कसा जा चुका है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पूर्व में तीन लॉटरी जारी होने के बावजूद भी स्कूलों की मनमानी जारी है। इस पर जिले के 45 स्कूलों को जिला प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किया गया था। इस पर निजी स्कूलों की ओर से स्कूल खुलते ही प्रवेश लिए जाने की बात लिखकर दी गई है। नए सत्र के पहले दिन से ही आरटीई के तहत एडमिशन का अभियान चलाया जाएगा।

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