शाहजहांपुर: पुलिसवाले बने घराती...पिता की खुदकुशी के बाद बिटिया के किए हाथ पीले, आशीर्वाद देने पहुंचे एसपी

शाहजहांपुर: पुलिसवाले बने घराती...पिता की खुदकुशी के बाद बिटिया के किए हाथ पीले, आशीर्वाद देने पहुंचे एसपी

शाहजहांपुर, अमृत विचार: कर्ज में डूबे एक युवती के पिता ने आत्महत्या कर ली। वह जवान बेटी को डोली में बैठाकर विदा नहीं कर पाया। ऐसे में पुलिस वालों ने सहारा बन आर्थिक तंगी से जूझ रही युवती का विवाह कराया। कोतवाल ने कन्यादान किया तो एसपी खुद आशीर्वाद देने पहुंचे। 
     
16 अप्रैल को कमलनैनपुर निवासी रामआसरे का शव फंदे से लटका मिला था। खेती कर व ऑटो चलाकर परिवार का पालन करने वाले रामआसरे के ऊपर बैंक का कर्ज था। उनकी बेटी महिमा की शादी भी तय हो चुकी थी, लेकिन विवाह के लिए रुपयों का इंतजाम नहीं कर पा रहे थे। उनकी मौत के बाद इंस्पेक्टर कांट दयाशंकर सिंह ने आर्थिक स्थिति के बारे में जाना तो बेटी की शादी का पूरा जिम्मा उठा लिया। 

एसपी अशोक कुमार मीणा ने नेक कार्य कराने में कोई कसर नहीं रखने को निर्देशित किया। इंस्पेक्टर ने शादी की तैयारी कराई। मैरिज लॉन से लेकर उपहार तक का इंतजाम कराया। बृहस्पतिवार की शाम को कांट- जलालाबाद रोड पर स्थित मैरिज लॉन में जलालाबाद के एत्मादपुर से दूल्हा मनोज कुमार बैंड-बाजे के साथ बारात लेकर पहुंचे। बारात आने पर परिवार के लोगों के साथ पुलिस ने घराती बनकर बारातियों का आदर-सत्कार किया। 

पुलिस ने चार सौ से अधिक लोगों के खाने की व्यवस्था की थी। थाने के स्टाफ ने एक-एक बाराती को खाना खिलवाया। एसपी अशोक कुमार मीणा, सीओ सदर अमित चौरसिया और सीओ यातायात बीएस वीर कुमार भी बारात में पहुंचे। उन्होंने अपने सामने कन्यादान कराया। वर- वधू को सुखी दांम्पत्य जीवन के लिए आशीर्वाद दिया। बड़ी बहन की शादी से बहन संजना, काव्या व भाई हिमांशु भी काफी खुश थे। भले ही उनके पिता शादी नहीं कर पाए थे, लेकिन महिमा आज पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों के सहयोग से दुल्हन बनी थी।

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