अयोध्या : संतों ने सरकार से मांगा लल्लू सिंह के लिए पद
बोले-पार्टी के लोगों का अति आत्मविश्वास व बड़बोलापन बना हार का कारण ,

अयोध्या, अमृत विचार । लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार के बाद देश भर में हो रही आलोचनाओं के बीच बुधवार शाम स्वर्गद्वार क्षेत्र स्थित जानकी कुंज में संतों की बैठक हुई। इस दौरान सर्वसम्मति से तीन प्रमुख बिंदुओं पर मंथन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र प्रेषित करने का निर्णय लिया गया। संतों ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी रहे लल्लू सिंह भले ही हार गए हों, लेकिन उन्हें कोई ऐसे पद पर समायोजित किया जाए जिससे अयोध्या ही नहीं अयोध्या के लोगों के विचार का सम्मान हो सके।
साधु-संतों का कहना है की सामने आया कि कार्यकर्ताओं व पार्टी की नीरसता के कारण भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा पार्टी के लोगों का अति आत्मविश्वास व बड़बोलापन ही उनके हार का कारण बना है। उनका कहना है की अयोध्या में चारों और तेजी से विकास हुआ है। साधु-संतों ने अयोध्या में आने-जाने में हो रही दिक्कतों के निराकरण की भी मांग की है।
अध्यक्षता कर रहे जानकी कुंज के महंत वीरेंद्र दास के मुताबिक अयोध्या हिन्दुओं की आस्था का प्रमुख तीर्थ स्थल है, लेकिन सोशल मीडिया पर पूरे देश से अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जो अत्यन्त दुखद है। जहां तक भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी लल्लू सिंह का सवाल है। श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के समय से उनका अयोध्या के प्रति समर्पण रहा है।
वह एक लम्बे समय तक विधायक व प्रदेश सरकार में मंत्री व सांसद रहते हुए अयोध्या की मर्यादा के अनुरूप उनका आचरण रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व किसी न किसी रूप में लल्लू सिंह को सरकार में समाहित कर साधु-संत व राम भक्तों को कृतार्थ करें। बैठक में महंत बैदेही वल्लभाशरण, महंत अवध किशोर शरण हनुमत, महंत रामलोचन शरण नया मंदिर, महंत रामलखन शरण गहोई धर्मशाया, महंत रामदास बालाजी सेना ट्रस्ट, महंत सत्येन्द्र दास, महंत रामलखन शरण राम लला निवास, महंत अवधेश दास, महंत उद्धवशरण सहित अन्य संतजन मौजूद रहे।
साधु-संतों के रास्तों में भी अवरोध
बैठक का संचालन कर रहे महंत सत्येंद्र दास वेदांती ने कहा कि साधु-संतों को अयोध्या से आने-जाने में प्रशासन द्वारा कई स्थानों पर अवरोध पैदा किया जाता है। उचित माध्यम से संबंधित को निर्देशित किया जाए। आधार कार्ड देखकर वाहनों को आने जाने की स्वीकृति दी जाए।
साथ ही अयोध्या नगर के अंदर गली-कूचों में हुए रास्तों के तोड़-फोड़ ठीक कराकर मलवे आदि हटवा दिए जाएं। अन्यथा बरसात निकट है भविष्य में आवागमन में भारी कठिनाई होगी। कल्पात्री महाराज ने कहा कि पथ निर्माण में प्रभावित दुकानदारों की समस्याओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर संभव सहयोग प्रदान करें।
ये भी पढ़ें। प्रचंड गर्मी ने छीन लिया है आपका सुकून तो अपनाएं ये उपाय, जल्द मिलेगी राहत