पीलीभीत: स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार, अफसर नहीं दे रहे ध्यान...भाकियू अराजनैतिक की पंचायत में उठा मुद्दा
पीलीभीत, अमृत विचार: भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की पंचायत जिलाध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह के आवास पर हुई। जिसका संचालन जिला प्रभारी दिनेश कुमार ने किया। इस दौरान किसानों के कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
जिला अध्यक्ष ने कहा कि जनपद पीलीभीत में विभिन्न विभागों में किसानों के कार्य करने में अधिकारी बड़े पैमाने पर लापरवाही कर रहे हैं। जिससे किसानों को सरकारी विभागों में अपने काम न होने से परेशान होना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण मरीजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सीएचसी-पीएचसी में भ्रष्टाचार व्याप्त है। निजी क्लिनिक ,नर्सिंग होम, व जांच लैबों पर मनमाने ढंग से मरीजों से अवैध वसूली की जा रही है।
मेडिकल स्टोरों पर मेडिसिन के बिल मरीजों को न देकर दवाइयों की कालाबाजारी के आरोप लगाए। कहा कि निजी चिकित्सक मनमाने तरीके से मरीजों को देखने के 500 रुपये से 1000 रुपये तक परामर्श शुल्क ले रहे हैं। उनका कहना था कि ये भी संज्ञान में आया है कि जिला संयुक्त चिकित्सालय मे मरीजों से ऑपरेशन, एक्स रे,अल्ट्रासाउंड ,सीटी स्कैन व नवजात शिशुओं को मशीन में रखने के नाम पर व प्रसव के नाम पर वसूली हो रही है।
मगर अफसरों की ओर से प्रभावी कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की ओर से स्वास्थ्य विभाग पीलीभीत के कारनामों को लेकर महत्वपूर्ण ज्ञापन मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा गया है। पंचायत में सरदार निर्मल सिंह, गुरेज सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष पवन कुमार, सर्वेश कुमार,बालक राम, अशोक कुमार, अनूप वर्मा, सोनू,रोशन लाल, तहसील अध्यक्ष कुलवंत सिंह, कपिल यादव आदि मौजूद रहे।
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