टनकपुर: मुंडन संस्कार के अब 251 रुपए देने होंगे, मुख्यमंत्री के निर्देश पर मां पूर्णागिरि धाम में कम हुई दर

टनकपुर: मुंडन संस्कार के अब 251 रुपए देने होंगे, मुख्यमंत्री के निर्देश पर मां पूर्णागिरि धाम में कम हुई दर

टनकपुर, अमृत विचार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मां पूर्णागिरि धाम में बाल मुंडन की दरों में कमी की गई है। मेला आयोजक संस्था जिला पंचायत चम्पावत ने मुंडन की दर में 81 रुपए की कमी की है। अब श्रद्धालुओं को 332 रुपए के बजाए 251 रुपए देने होंगे।

इस वर्ष मां पूर्णागिरि धाम का मेला 26 मार्च से शुरू हो गया था, जो 15 जून तक संचालित होगा। पूर्णागिरि धाम में श्रद्धालुओं से बाल मुंडन के लिए 332 रुपए का शुल्क निर्धारित किया गया था। बाल मुंडन के ठेके से जिला पंचायत चम्पावत को करीब डेढ़ करोड़ रुपये की आय होनी थी। इस पर क्षेत्र के तमाम हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने नाराजगी जताई थी।

इसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 28 अप्रैल को बनबसा में मां पूर्णागिरि धाम मेले की समीक्षा बैठक की, जिसमें मुंडन की दर को ज्यादा बताते हुए कम करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला पंचायत ने मुंडन की दर में संशोधन किया है।

जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी व मेलाधिकारी भगवत पाटनी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मुंडन की दर 332 रुपए के बजाय 251 रुपए कर दी गई है। हालांकि दर कम करने से जिला पंचायत को 33.54 लाख रुपए का नुकसान होगा। नई दरों के मद्देनजर जिला पंचायत को बाल मुंडन के ठेके के निर्धारण में संशोधन करना होगा।

जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय इस आर्थिक नुकसान की भरापाई के लिए मुख्यमंत्री से पत्राचार करेंगी। इधर, मां श्री पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष और धाम के पुजारी किशन चंद्र तिवारी का कहना है कि पूर्णागिरि धाम में बाल मुंडन कराने का विशेष धार्मिक महत्व है। मान्यता है कि यहां मुंडन कराने से बच्चों की बल, बुद्धि और आयु बढ़ती है।