अल्मोड़ा: धारदार कुल्हाड़ी से की गई थी चार गोवंश की निर्मम हत्या 

अल्मोड़ा: धारदार कुल्हाड़ी से की गई थी चार गोवंश की निर्मम हत्या 

अल्मोड़ा, अमृत विचार। बीते दिनों भतरौंजखान क्षेत्र में गाेवंश की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। इस वारदात में चार लोग शामिल थे। आरोपियों ने धारदार कुल्हाड़ी और अन्य औजारों की मदद से इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से गाेवंश को काटने में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, छुरी, नुकीली लोहे की रॉड, दो रस्से और तस्करी के लिए प्रयुक्त किया पिकप वाहन बरामद कर लिया है।

अल्मोड़ा जिले के भतरौंजखान कस्बे से लगे मोहनरी और रींची में बीते तीन मई को सड़क के नीचे खाई में चार गोवंश के क्षत विक्षत अंग मिले थे। जिसके बाद यह मामला पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गया था। विभिन्न संगठनों में इस घटना को लेकर खासा आक्रोश व्याप्त था। इस मामले में स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था और मामले की छानबीन शुरू कर दी थी। सोमवार को एसएसपी अल्मोड़ा देवेंद्र पींचा ने इस सनसनीखेज मामले का खुलाया किया।

एसएसपी ने बताया कि इस मामले के संज्ञान में आने के बाद पुलिस की तीन टीमें गठित की गई थी। जबकि एसओजी, सर्विलांस और एलआईयू को भी इस ऑपरेशन में शामिल किया गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सलीम (47) पुत्र जमील निवासी नरपतनगर, रामपुर यूपी, हाल निवासी बधाण, भतरौंजखान, इसराइल (40) पुत्र खलील निवासी दड़ियाल, रामपुर, यूपी, इमरान (23) पुत्र कयूम निवासी मुड़ियाकला थाना बाजपुर, उधमसिंहनगर व एक स्थानीय व्यक्ति हरी सिंह कड़ाकोटी (54) उर्फ हरदा पुत्र अमर सिंह, निवासी सूणी, भतरौजखान को गिरफ्तार किया है। एसएपी ने बताया कि आरोपियों ने पास से वारदात में प्रयुक्त हथियार और एक पिकप वाहन संख्या यूके-04-सीए-0628 को बरामद कर सीज किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस चुनौतीपूर्ण मामले के खुलासे के लिए गठित टीमों से पल पल की रिपोर्ट लेकर उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दिए जा रहे थे। एसएसपी ने बताया कि अथक प्रयासों के बाद आखिरकार आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा था। जिसके बाद आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम को पांच हजार रुपये का ईनाम देने की घोषणा भी की है। 

पैसों के लालच में जरा भी नहीं कांपे हरी सिंह के हाथ 
भतरौंजखान कस्बे में गोवंश की हत्या के मामला सामने आने के बाद यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा था। इस मामले के खुलासे के बाद अब चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। यूपी के की तीन पेशेवर अपराधियों का हौंसला एक स्थानीय व्यक्ति की मदद से बढ़ गया था। आरोपियों ने भतरौंजखान के सूणी निवासी हरी सिंह कड़ाकोटी को पैसे का लालच दिया और हरी सिंह पैसों के लालच में इस जघन्य कांड का हिस्सा बन गया। लालच इतना कि इस मामले काे अंजाम तक पहुंचाने में उसके हाथ जरा भी नहीं कांपे। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने चुपचाप गोवंश की बीफ मुरादाबाद पहुंचा दिया। 

गोवंश की हत्या के इस मामले में आरोपियों ने लंबी योजना बनाई थी। उन्होंने स्थानीय निवासी हरी सिंह को इस मामले में पहले अपने साथ मिलाया। उसे पैसों का लालच दिया और लावारिश जानवरों को सुनसान जगह पर ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी। ताकि किसी को उनके इस काले कारनामे की भनक तक ना लग सके। योजना के मुताबिक हरी सिंह ने वैसा ही किया और जानवरों को निर्धारित स्थान तक पहुंचा दिया।

जिसके बाद तीनों आरोपी अपने औजारों के साथ मौके पर पहुंचे और रात के अंधेरे में कुल्हाड़ी से प्रहार कर गोवंश की हत्या करने उनके अनुपयोगी अंगों को खाई में फेंक दिया। इस काले कारनामे को अंजाम देने वाला सलीम अपने परिवार के साथ लंबे समय से भतरौंजखान कस्बे में रहता है। सलीम ने ही हरी सिंह को इस वारदात में शामिल करने में अहम भूमिका निभाई। आरोपी हरी सिंह के भिकियासैंण मोटर मार्ग पर दो मकान है और वह बैंक को किराए पर जेनरेटर देकर उसे आॅपरेट भी करता है। जबकि तीसरा आरोपी इसराइल पेशे से कसाई और चौथा आरोपी इमरान इसराइल का भांजा है। जो घरों में टाइल्स लगाने का काम करता है। 

स्थानीय लोगों में अब भी आक्रोश, एसआईटी जांच की मांग 
भतरौंजखान में गोवंश मामले का खुलासा होने के बाद भी स्थानीय लोगों का आक्रोश कम नहीं हुआ है। स्थानीय लोगों ने अब इस मामले में एसआईटी जांच की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती ने सीएम पुष्कर धामी को एक पत्र भेजा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि भतरौंजखान क्षेत्र में एक साथ चार गोवंश के अवशेष मिलना हैरत की बात है।

उन्होंने कहा है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन कभी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। जिस कारण इस तरह के तत्वों का एक नेटवर्क पहाड़ में सक्रिय है। करगेती ने पत्र में पुलिस और खुफिया तंत्र की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। साथ ही पूरे मामले की एसआईटी जांच कराने की मांग की है। ताकि इस नेटवर्क को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।