रुद्रपुर: पुलिस ने नहीं संभाला मोर्चा तो रुद्रपुर में हो सकता है गैंगवार

रुद्रपुर: पुलिस ने नहीं संभाला मोर्चा तो रुद्रपुर में हो सकता है गैंगवार

रुद्रपुर, अमृत विचार। विधायक का नाम लेकर स्क्रैप उठान में 33 फीसदी रंगदारी मांगने का ऑडियो वायरल होने के बाद जहां शहर की राजनीति गरमा गई है। वहीं समय रहते पुलिस प्रशासन ने मोर्चा नहीं संभाला, तो कहीं न कहीं पूर्व सभासद और दूसरे गुट के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो जाएगी और यही लड़ाई आपसी गैंगवार में तब्दील भी हो सकती है, क्योंकि इससे पहले भी स्क्रैप कारोबार को लेकर गोलीबारी की घटनाएं घटित हो चुकी हैं।

बताते चलें कि भदईपुरा के पूर्व सभासद एवं हिस्ट्रीशीटर राजेश गंगवार और स्थानीय विधायक के करीबी किरन विर्क की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें स्क्रैप कारोबार को लेकर विधायक के नाम की चर्चा हुई और 33 फीसदी कारोबार में फिरौती मांगने का आरोप प्रत्यारोप शुरू होने लगा।

ऑडियो वायरल होने के बाद जहां राजनीतिक गलियारों में सियासत गरमा गई है। वहीं पूर्व सभासद राजेश और दूसरे गुट के स्क्रैप कारोबारी मोहन स्वरूप ने एक दूसरे के खिलाफ फिरौती मांगने की तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। चूंकि मामला अब पुलिस के पाले में चला गया है। दोनों पक्षों ने जांच का मुद्दा उठाया। इसके बाद स्क्रैप की लड़ाई में पुलिस का किरदार अहम हो चुका है। यदि पुलिस ने समय रहते दोनों ही तहरीर पर निष्पक्ष जांच कर इस जंग पर रोक लिया,तो कानून व्यवस्था कायम रहेगी।

वरना कही ऐसा न हो कि हिस्ट्रीशीटर व पूर्व सभासद राजेश और दूसरे गुट मोहन स्वरूप के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो जाएं। क्योकि जहां पूर्व सांसद पर कई संगीन अपराधिक मामले दर्ज है और हिस्ट्रीशीटर की सूची में नाम शुमार है। वहीं दूसरे गुट पर सत्ताधारी नेताओं का हाथ होने की चर्चा भी तेज है और दूसरा गुट भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सक्षम है। जानकारों का मानना है कि सिडकुल स्थापना के वक्त भी स्क्रैप कारोबार को हथियाने के लिए कई गुटों में गोलीबारी भी हो चुकी है।

स्क्रैप कारोबारी मोहन स्वरूप की तहरीर प्राप्त होने के बाद प्रकरण की जांच सिडकुल चौकी प्रभारी को सौंप दी है। इसके अलावा पूर्व सभासद का शिकायती पत्र अभी प्राप्त नहीं हुआ है। प्राप्त होने के बाद आरोपों की जांच होगी। वहीं ऑडियो को भी जांच के लिए भेजा जाएंगा। जांच होने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी।
- राजेंद्र सिंह डांगी,थानाध्यक्ष पंतनगर।