मुरादाबाद : 50,000 घूस लेने पर मजिस्ट्रेट समेत तीन पर एफआईआर, वाणिज्य कर विभाग में जमा करने थे रुपये

अमरोहा के प्रापर्टी डीलर के साथ हुई घूसखोरी, पीड़ित ने एसएसपी को फोन कर दी थी जानकारी, स्टेटिक सर्विलांस टीम मजिस्ट्रेट सुरजीत कुमार, कांस्टेबल दुष्यंत, कैमरा मैन सुशील कुमार नामजद

मुरादाबाद : 50,000 घूस लेने पर मजिस्ट्रेट समेत तीन पर एफआईआर, वाणिज्य कर विभाग में जमा करने थे रुपये

मुरादाबाद, अमृत विचार। महानगर के इंपीरियल तिराहा पर एक कार में दो लाख रुपये बरामद होने पर एसएसटी (स्टेटिक सर्विलांस टीम) ने पहले प्रापर्टी डीलर को विभिन्न तरह की कार्रवाई की धमक दिखाई और फिर तयतोड़ कर 50,000 रुपये की घूस ली। रिश्वत के रुपये लेने के बाद ही उसे जाने दिया। मौके से हटते ही प्रापर्टी डीलर ने एसएसपी हेमराज मीना को फोन पर घटना बताई। इसके बाद सीओ कोतवाली सुनीता दहिया ने प्रापर्टी डीलर से मोबाइल पर संपर्क कर उसे बुलाया और घटना जानी।

साथ ही नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ऊषा मलिक को भी बुलाया था। फिर पीड़ित के साथ घटना स्थल पर जाकर जांच की। वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों से पूछताछ भी की। आरोपी एसएसटी के मजिस्ट्रेट व अन्य स्टॉफ से भी पूछताछ की। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि प्रापर्टी डीलर को उसके 50,000 रुपये भी वापस कराए गए थे। साथ ही प्रापर्टी डीलर की तहरीर पर एसएसटी के आरोपी मजिस्ट्रेट और अन्य स्टॉफ के विरुद्ध नगर कोतवाली में नामजद एफआईआर दर्ज हुई है। इसमें एसएसटी के मजिस्ट्रेट सुरजीत कुमार, कांस्टेबल दुष्यंत कुमार व कैमरा मैन सुशील कुमार नामजद हुए हैं। ये एफआईआर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 की धारा 7 व 13 के तहत दर्ज हुई है।

घटना शुक्रवार शाम 6.30 बजे की है। मुरादाबाद में 19 अप्रैल को मतदान होना है। एसएसटी में शामिल मजिस्ट्रेट चुनाव को पारदर्शी-निष्पक्ष बनाने का जिम्मा संभाले हैं। ऐसे में इनके द्वारा रिश्वत लेने की बात प्रशासनिक व्यवस्था पर बट्टा लगने जैसा हो गया है। इस मामले में कार्रवाई के लिए सीओ व प्रभारी निरीक्षक ने रिपोर्ट डीएम/एसएसपी को भेज दी है। संबंधित स्टेटिक सर्विलांस टीम से आरोपित मजिस्ट्रेट व अन्य स्टॉफ हटा दिया गया है। यह मामला प्रापर्टी डीलर दीक्षित शर्मा के साथ हुआ है। उन्होंने बताया कि वह 12 अप्रैल को शाम 6.30 बजे अपने ड्राइवर योगेंद्र शर्मा के साथ कार से बुध बाजार आए थे। लौटते समय इंपीरियल तिराहे पर कुछ लोग चेकिंग कर रहे थे। उनकी कार को रोक लिया और चेकिंग करने लगे। 

कार के डैशबोर्ड में दो लाख रुपये रखे थे। रुपये देखकर मजिस्ट्रेट सुरजीत कुमार ने उनसे सवाल-जवाब किए तो दीक्षित ने उन्हें बताया भी कि वह रुपये उधार लिए हैं और कुछ रुपये घर से लाए थे। जिसके वह सुबूत भी दे सकते हैं। मजिस्ट्रेट व उनका स्टॉफ रुपये को जब्त करने की बात कहने लगे। फिर उन लोगों ने उनसे 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी। वैसे एसएसटी के मजिस्ट्रेट सुरजीत कुमार नलकूप विभाग में अवर अभियंता हैं। इनके साथ मौजूद कांस्टेबल दुष्यंत कुमार नगर कोतवाली में नियुक्त है। दीक्षित ने बताया कि उनकी कार को चेकिंग प्वाइंट से पीछे की ओर खड़ा करा लिया। इसके बाद कैमरा मैन सुशील ने उनकी कार में आकर तयतोड़ किया और 50,000 रुपये ले लिए, तब उन्हें जाने दिया था। प्रापर्टी डीलर ने बताया कि जब वह मौके से हटे तो तुरंत सबसे पहले एसएसपी हेमराज मीना को फोन कर पूरी घटना बताई थी। इसके बाद कार्रवाई हुई है।

वाणिज्य कर विभाग में जमा करने थे रुपये
दीक्षित ने बताया कि वह अमरोहा जिले में कोतवाली अमरोहा देहात क्षेत्र के नन्हेड़ा गांव के रहने वाले हैं। उनकी ट्रक (डीसीएम) पर एक व्यापारी के बर्तन लोड थे। जिसे कुछ दिन पहले राज्य कर विभाग (वाणिज्य कर) के अधिकारियों ने पकड़ लिया था। डीसीएम अभी भी राज्य कर विभाग के कार्यालय में खड़ी है। उसी का पैसा जमा करने के लिए उन्होंने उधार दो लाख रुपये लिए थे, जो उनकी कार के डैशबोर्ड में रखे थे। वैसे दीक्षित प्रापर्टी का काम करते हैं। बताया कि बुध बाजार में वह अपने मोबाइल का कवर लेने गए थे, उसी दौरान उनके साथ इंपीरियल तिराहे पर घटना हुई।

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : टॉवर में लगी आग, 20 लाख का नुकसान, पूर्व टेक्नीशियन पर आग लगाने का आरोप...FIR दर्ज