मुरादाबाद : आगजनी घटनाओं के बाद भी सतर्क नहीं कारोबारी, घटना हुई तो मुश्किल होगा बचाव

असुरक्षित कारोबार....चूड़ी वाली गली, मानपुर, मेट्रो मॉर्केट में बिना फायर सेफ्टी के निश्चिंत होकर कर रहे हैं कारोबार,  मानपुर मॉर्केट में तरुण गुप्ता के गोदाम में लगी थी आग, राख हो गया था 25 लाख का माल

मुरादाबाद : आगजनी घटनाओं के बाद भी सतर्क नहीं कारोबारी, घटना हुई तो मुश्किल होगा बचाव

मुरादाबाद, अमृत विचार। महानगर में तंग गली वाले बाजारों में चूड़ी वाली गली, मेट्रो और मानपुर हैं। यहां चूड़ी वाली गली में लेडीज वस्तुओं का बड़ा कारोबार है। मेट्रो वाली गली में हैंडलूम व जूता-चप्पल आदि का काम है। मानपुर बाजार में इलेक्ट्रॉनिक व अन्य बिजली उपकरण का व्यापार है। ये ऐसे बाजार हैं, जहां आगजनी से बचाव के कोई भी इंतजाम नहीं हैं। गलियां सकरी हैं। बाइक छोड़िए, पैदल निकलना मुश्किल रहता है। यदि अनहोनी हुई तो व्यापारियों की केवल रोजी-रोटी ही नहीं चौपट होगी बल्कि जनहानि भी हो सकती है। कारोबार में लाखों रुपये लगाने के बाद व्यापारी अपने व्यापार को लेकर कितना संजीदा हैं, इसको लेकर अमृत विचार टीम की पड़ताल के प्रुमख अंश...

स्थान चूड़ी वाली गली 
यहां 20-22 दुकाने हैं। मोहम्मद आसिफ चूड़ी व कॉस्मेटिक विक्रेता हैं। वह मानते हैं कि आगजनी से बचाव को लेकर व्यापारियों को भी अपने प्रतिष्ठान में इंतजाम करने चाहिए, लेकिन कुछ दूरी पर अग्निशमन सेवा केंद्र है इसलिए उसने भी आग से बचाव के कोई इंतजाम नहीं कर रखे हैं। बताया, छह-सात महीने पहले चूड़ी वाली गली के सामने की रविंद्रा मॉर्केट (मेट्रो) में आग लगी थी तो कुछ ही देर में दमकल वाहन आ गया था। इसी गली में गुरमीत सिंह का भी काफी अच्छा कारोबार है। इन्होंने बताया कि चूड़ी व काॅस्मेटिक मॉर्केट में करीब दो-ढाई लाख रुपये का कारोबार रोज होता है। इन्होंने भी आग से बचाव वाले कोई भी उपकरण प्रतिष्ठान में नहीं लगाए हैं। वैसे गुरमीत मानते हैं कि फायर सेफ्टी उपकरण व्यापारिक प्रतिष्ठान में जरूर होने चाहिए। कहते हैं गली में किसी भी व्यापारी ने सेफ्टी उपकरण नहीं लगा रखे हैं।

मेट्रो वाली गली 
मेट्रो वाली गली काफी संकरी है। यहां भीड़भाड़ के कारण पैदल निकलना तक मुश्किल रहता है। इसी गली में पृथ्वीराज सिक्का की चूड़ी व कॉस्मेटिक की दुकान है। इनकी दुकान में कुछ समय पहले शॉर्ट-सर्किट से आग लग गई थी। इसके बाद भी इन्होंने आग से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं। बताया कि बिजली मीटर में एमसीबी (लघु सर्किट ब्रेकर-मिनिएचर सर्किट ब्रेकर) लगा दी है। शाम को एमसीबी बंद करके ही घर लौटते हैं। मीटर रीडिंग सिस्टम भी दुकान के बाहर कराया है।

मानपुर इलेक्ट्रॉनिक बाजार 
पुलिस चौकी बुधबाजार के ठीक सामने संकरी गली के अंदर इलेक्ट्रिक उपकरणों का काफी बड़ा कारोबार है। कारोबारी अमित मेहरोत्रा ने बताया कि मानपुर इलेक्ट्रिक बाजार में करीब 150 व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं, जो इलेक्ट्रिक उपकरणों की थोक-फुटकर बिक्री करते हैं। यहां औसतन करीब एक से डेढ़ करोड़ रुपये का रोज का कारोबार है। इन्हीं के प्रतिष्ठान के सामने तरुण गुप्ता के गोदाम में कोविडकाल में आग लग गई थी।

पूछने पर अमित ने बताया कि आगजनी से बचाव के लिए वह लोग एमसीबी का इंतजाम करके रखे हैं लेकिन, हां फायर सेफ्टी की व्यवस्था व्यापारिक प्रतिष्ठानों में होनी चाहिए। वैसे लोगों ने अपने कारोबार का बीमा करा रखा है। तरुण गुप्ता ने बताया कि 2021 में उनके गाेदाम में आग लगी थी। करीब 25 लाख रुपये के इलेक्ट्रिक उपकरण जल गए थे। इसके बाद उनका कारोबार अभी संभल नहीं पाया है। कहा, प्रतिष्ठान में फायर सेफ्टी की जरूरत नहीं है पर गोदाम में आवश्यकता होती है।

व्यापार में लाखों-करोड़ों रुपये लगाने वाले व्यापारियों को कम से कम अपने माल और रोजी-रोटी की सुरक्षा में आग से बचाव के इंतजाम जरूर करने चाहिए। यह बात हम लोग समझाते भी हैं। नहीं सुनते तो नोटिस भी देते हैं। - कृष्णकांत ओझा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी

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