प्रबुद्ध सम्मेलन के सियासी मायने...बरेली से साधेंगे मंडल का समीकरण, भगवा पंडाल तैयार
बरेली में दिग्गजाें के कार्यक्रमों का मंडल की सभी सीटों पर पड़ता है प्रभाव
बरेली, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव से पहले दो अप्रैल को बरेली, बदायूं और पीलीभीत में होने वाले प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन हाेने के पीछे सियासी मायने भी निकाले जाने लगे हैं।
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, इस सम्मेलन के जरिए मुख्यमंत्री इन तीनों सीटों पर सियासी समीकरणों को साधते हुए चुनावी मैदान में उतारे गए नए चेहरों को जिताने के लिए माहौल बनाएंगे। वैसे माना तो ये भी जाता है कि बरेली में दिग्गजों के होने वाले कार्यक्रमों का असर मंडल की सभी सीटों पर भी पड़ता है। हालांकि, यह बात दीगर है कि इस बार एक साथ सीएम दो अप्रैल काे पहले पीलीभीत और फिर बदायूं में कार्यक्रम में शामिल होंगे।
एक दिन में तीन प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलनों के जरिए वह डॉक्टर, अधिवक्ता, शिक्षाविद, इंजीनियर, व्यापारी आदि वर्ग के लोगों के जरिए समाज को एक संदेश देने की कोशिश करेंगे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। रविवार को भी बरेली काॅलेज पर कार्यक्रम को लेकर तैयारियां चलती रहीं। भगवा रंग का पांडाल बनकर तैयार हो चुका है। मंच भी बन रहा है।
कार्यक्रम स्थल पर साेफे पड़ गए हैं। बाकी तैयारियों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है। महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना के अनुसार, सोमवार की शाम तक सभी तैयारियां पूरी हो जाएंगी। पार्टी की ओर से एक सम्मेलन को सफल बनाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। सीएम एक घंटे तक रहेंगे।
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