बरेली: शासन के आदेशों को हवा में उड़ा रहे रोडवेज के चालक व परिचालक

बरेली, अमृत विचार। रोडवेज में अब चालक परिचालकों पर सख्ती होने लगी है। उन्हें बिना वर्दी के बस चलाने की अनुमति नहीं है। इसके लिए शुक्रवार को मुख्य प्रधान प्रबंधक (संचालन) ने आदेश भी जारी कर दिए थे। आदेश के बावजूद चालक-परिचालकों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। आदेश को हवा में उड़ाकर …
बरेली, अमृत विचार। रोडवेज में अब चालक परिचालकों पर सख्ती होने लगी है। उन्हें बिना वर्दी के बस चलाने की अनुमति नहीं है। इसके लिए शुक्रवार को मुख्य प्रधान प्रबंधक (संचालन) ने आदेश भी जारी कर दिए थे। आदेश के बावजूद चालक-परिचालकों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। आदेश को हवा में उड़ाकर धड़ल्ले से बिना वर्दी के बसों को दौड़ाया जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि इस पर रोडवेज के अधिकारी भी कोई सख्त कार्रवाई करने के मूड़ में दिखाई नहीं दे रहे है।
शनिवार को जब इसकी पड़ताल की गई तो पुराने बस अड्डे पर ऐसे कई बस चालक मिले जो बिना वर्दी के बसों को दौड़ा रहे थे। सबसे पहले बस संख्या यूपी 30 टी 2296 (पीतल नगरी डिपो) बस का चालक बिना वर्दी के ही बस को दौड़ा रहा था। वहीं, यूपी 27 टी 9088 (बरेली डिपो) इस बस को चलाने वाला चालक भी बिना वर्दी के था। ‘
इसी तरह यूपी 25 बीटी 5432 (बरेली डिपो), यूपी 87 टी 1104 (कासगंज डिपो), यूके 07 पीए 2139 (रुद्रपुर डिपो), यूपी 38 टी 2019 (बरेली डिपो) समेत अन्य तमाम बसों को जांचने पर पता चला कि इन सभी बसों को चालक बिना वर्दी पहने ही दौड़ा रहे थे। साथ ही परिचालक भी बिना वर्दी के ही बसों में मजे से चल रहे है। जबकि मुख्य प्रधान प्रबंधक का आदेश है कि बसों में बिना वर्दी वाले चालक परिचालकों पर कार्रवाई की जाएगी।
कुछ इस तरह से होनी है कार्रवाई
यदि नियमित चालक या परिचालक बिना वर्दी के पकड़े जाते है तो उनके वेतन से पहली बार 100 रुपये, दूसरी बार में 200 रुपये, तीसरी बार में 300 रुपये और चौथी बार में निलंबन किया जाएगा। वहीं, संविदा कर्मियों की संविदा खत्म कर दी जाएगी। और उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा।
“बिना वर्दी के कोई भी चालक परिचालक बसों को नहीं चला सकता, यह आदेश प्राप्त हो चुका है। यदि अभी भी कोई भी चालक परिचालक बिना वर्दी बसों को दौड़ा रहा है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।”— एसके बनर्जी, क्षेत्रीय प्रबंधक