शाहजहांपुर: केआर पेपर मिल में हादसा, मजदूर की मौत

शाहजहांपुर: केआर पेपर मिल में हादसा, मजदूर की मौत

शाहजहांपुर, अमृत विचार। जमौर में स्थित केआर पेपर मिल में शनिवार दोपहर हादसा हो गया। क्लोरीन प्लांट की सफाई करने गए तीन मजदूरों की हालत खराब हो गई। मेडिकल कॉलेज लाए जाने से पहले एक मजदूर ने दम तोड़ दिया जबकि दो अन्य की हालत गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर …

शाहजहांपुर, अमृत विचार। जमौर में स्थित केआर पेपर मिल में शनिवार दोपहर हादसा हो गया। क्लोरीन प्लांट की सफाई करने गए तीन मजदूरों की हालत खराब हो गई। मेडिकल कॉलेज लाए जाने से पहले एक मजदूर ने दम तोड़ दिया जबकि दो अन्य की हालत गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।

तिलहर थाना क्षेत्र के गोबरसंडा गांव का रहने वाला शिशुपाल (45) पिछले एक-डेढ़ साल से जमौर स्थित केआर पेपर मिल में काम कर रहा था। पत्नी कमला देवी ने बताया कि शिशुपाल सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक की शिफ्ट में काम करते थे। दोपहर 2 बजे के बाद जब वह घर नहीं पहुंचे तो कमला ने फोन किया।

फोन किसी और ने उठाया और फोन चार्जिंग में लगे होने की बात कही। काफी देर तक सही जवाब न मिलने पर कमला परेशान हो गई और विभिन्न माध्यम से संपर्क करने का प्रयास करने लगी। कमला के भाई ने फोन कर उसे बताया कि शिशुपाल की हालत गंभीर है और वह मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। जब वह मेडिकल कॉलेज आई तो यहां मिल की बोलेरो में शिशुपाल का शव मिला।

मिल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि क्लोरीन प्लांट की सफाई करने के लिए दोपहर में तीनों मजदूर गए थे। वहीं पर हादसा हो गया जिसके बाद मिल प्रबंधन ने तीनों मजदूरों को मेडिकल कॉलेज भेजा। यहां आने पर शिशुपाल को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं बरेली के रहने वाले कृष्णा (28) पुत्र जनार्दन राव और कांट के कमलनयनपुर के चंद्रप्रकाश (20) पुत्र रामप्रकाश को हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर कर दिया। मिल प्रबंधन के लोग उन्हें लेकर मेडिकल कॉलेज से चले गए।

शिशुपाल के पास सिर्फ आधा बीघा जमीन है। वह मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करता था। पत्नी कमला देवी का आरोप है कि मिल प्रबंधन ने सही जानकारी नहीं दी। वह बार-बार पति के फोन पर संपर्क करने का प्रयास करती रही लेकिन किसी ने सही जवाब नहीं दिया। पत्नी ने मिल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि प्रबंधन ने सभी आरोपों से इंकार किया है।

जब शिशुपाल के परिजन मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो उसे शिशुपाल का पता नहीं चला। ट्रामा सेंटर, इमरजेंसी वार्ड या शवगृह में भी कोई जानकारी नहीं मिली। किसी ने बताया कि ट्रामा सेंटर के बगल की सड़क पर एक बोलेरो में शिशुपाल का शव रखा हुआ है।

परिजन वहां पहुंचे तो बोलेरो चालक ने भागने का प्रयास किया, आक्रोशित परिजनों ने ईंट उठा ली। तब बोलेरो चालक गाड़ी छोड़कर भाग गया। परिजनों ने देखा कि गाड़ी में शिशुपाल का शव रखा हुआ था। बाद में एक व्यक्ति बोलेरो को लेकर मोर्चरी तक लाया। तब शव मोर्चरी में रखा गया। परिजनों ने शव को गायब करने की कोशिश का आरोप मिल प्रबंधन पर लगाया लेकिन मौके पर पहुंचे मिल प्रबंधन के एक व्यक्ति ने इससे इंकार किया।

एसपी एस आनंद ने कहा कि केआर पेपर मिल में हादसे में एक मजदूर की मौत की बात सामने आई है। अगर परिजन कोई तहरीर देते हैं तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं केआर पेपर मिल के उप महाप्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन सुमित माहेश्वरी ने कहा कि बगैर सेफ्टी मानकों का पालन किए तीनों मजदूर क्लोरीन प्लांट में जाली वगैरह की सफाई करने गए थे। पैर फिसलने से चोट लग गई। सभी को समय पर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया था।