प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट को मिले तीन नए न्यायाधीश

प्रयागराज, अमृत विचार। दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति चंद्र धारी सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट स्थानांतरित करने की सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश को केंद्र ने मंजूरी दे दी है। इस संबंध में विधि एवं न्याय मंत्रालय द्वारा 28 मार्च यानी शुक्रवार को अधिसूचना जारी की गई। नवंबर 2024 में भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति चंद्रधारी सिंह के प्रत्यावर्तन की सिफारिश की थी। न्यायमूर्ति सिंह को 22 सितंबर, 2017 को अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और उन्होंने 06 सितंबर, 2019 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
11 अक्टूबर 2021 को उनका तबादला दिल्ली हाईकोर्ट में कर दिया गया। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की 24 मार्च की सिफारिशों के आधार पर न्यायमूर्ति अरिंदम सिंह और यशवंत वर्मा को क्रमशः उड़ीसा हाईकोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट से इलाहाबाद हाईकोर्ट भेजने की सिफारिश को भी मंजूर कर लिया है। इस संबंध में केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को फिलहाल न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को कोई न्यायिक कार्य न सौंपने के लिए कहा है। मौजूदा स्थानांतरण आदेशों से इलाहाबाद हाईकोर्ट को तीन नए जज मिल गए हैं।
बता दें कि न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा पर उनके सरकारी बंगले के बाहरी हिस्से में स्थित एक गोदाम में आग लगने के बाद नकदी से भरी बोरियां मिलने के बाद भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए, जिसके बाद न्यायमूर्ति के खिलाफ भारत के मुख्य न्यायाधीश द्वारा गठित तीन न्यायाधीशों के पैनल द्वारा आंतरिक जांच चल रही है। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा उक्त न्यायमूर्ति के स्थानांतरण आदेश के विरोध के बावजूद केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति के स्थानांतरण पर मुहर लगा दी।
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