बदायूं : पिछली बार गुन्नौर ने किया था सपा का तख्तापलट, यादव बाहुल्य क्षेत्र में पहली बार BJP को मिले थे बंपर वोट 

वर्ष 2014 में मोदी लहर में भाजपा प्रत्याशी को गुन्नौर में मिले थे महज 54 हजार वोट, 2019 में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में 96,531 लोगों ने किया था मतदान 

बदायूं : पिछली बार गुन्नौर ने किया था सपा का तख्तापलट, यादव बाहुल्य क्षेत्र में पहली बार BJP को मिले थे बंपर वोट 

बदायूं ,अमृत विचार। लंबे समय तक बदायूं लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का ही कब्जा रहा। वजह है कि यहां पांच विधानसभा सीटों में सबसे ज्यादा गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र में सपा को हमेशा ही लंबे अंतराल से विजय मिली है। मगर, पिछले लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 में गुन्नौर की जनता ने ही सपा के किले को ढहा दिया।

मोदी लहर यानि वर्ष 2014 में गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी को जहां 54 हजार मत प्राप्त हुए थे, वहीं पिछले चुनाव में 96,531 मतदाताओं ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया, जिसकी वजह से ही भाजपा को यहां जीत हासिल हुई। अब इस बार देखना है कि गुन्नौर की जनता किस ओर अपना रुख करेगी। 

मुस्लिम और यादव बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से बदायूं जिले में अधिकांश चुनावों में सपा का ही यहां दबदबा रहा। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी बदायूंवासियों को अपना ही कुनबा बताते थे। बदायूं लोकसभा क्षेत्र पर मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे पूर्व मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी यहां से पांच बार सांसद रहे।

वर्ष 2009 में यहां सपा दो खेमे में बंट चुकी थी तो सपा संरक्षक ने यहां से अपने भतीजे पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा। उस वक्त बसपा की सरकार सत्ता में थी तो बसपा से ही बाहुबली डीपी यादव धर्मेंद्र यादव के सामने चुनौती के रूप में चुनाव मैदान में थे। इस चुनाव में भी यहां सपा को ही जीत हासिल हुई। 

इसके बाद वर्ष 2014 में मोदी लहर में भी पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को सपा ने प्रत्याशी घोषित किया। इस चुनाव में भाजपा ने वर्तमान एमएलसी बागीश पाठक को चुनाव मैदान में उतारा। इस चुनाव में धर्मेंद्र यादव ने बागीश पाठक को 1.65 लाख वोटों के अंतर से हराया था। सबसे खास बात यह थी कि इस चुनाव में गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी को करीब 54 हजार वोट मिले थे।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा का गढ़ कहे जाने वाले गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को 96,531 वोट मिले, पहली बार भाजपा को यहां बंपर वोट मिले थे, हालांकि सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को यहां एक लाख छह हजार मत मिले, लेकिन भाजपा को सपा के गढ़ से अपेक्षा से ज्यादा वोट मिलने की वजह से सपा को हार का सामना करना पड़ा। 

वर्ष 2019 में किस प्रत्याशी को मिले कितने वोट 

- बीजेपी प्रत्याशी रहीं डॉ. संघमित्रा मौर्य को 511,352 मत प्राप्त हुए और वह विजयी घोषित हुईं। 

- सपा के धर्मेंद्र यादव को 492,898 मत प्राप्त हुए। 

- कांग्रेस से चुनाव लड़े पूर्व मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी 51,947 मत प्राप्त हुए। 

वर्ष 2019 में विधानसभावार मत 

- पिछले चुनाव में बिसौली विधानसभा सीट भाजपा के पास थी। यहां से पूर्व विधायक कुशाग्र सागर विधायक थे। यहां बीजेपी को 1,11686, सपा को 1,06,485 और कांग्रेस को 6,711 मत प्राप्त हुए थे। मगर, इस बार सपा के आशुतोष मौर्य विधायक हैं। 

- सहसवान विधानसभा पिछले बार भी सपा के पास थी। यहां पर पूर्वमंत्री ओमकार सिंह यादव विधायक थे और इस बार यहां उनके पुत्र ब्रजेश यादव भी सपा से विधायक हैं। पिछली बार यहां बीजेपी को 95,093 वोट जबकि सपा को 1,09,873 और कांग्रेस को 21,198 मिले थे। यहां से सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को खासी बढ़त मिली थी। 

- बिल्सी विधानसभा में पिछली बार भी बीजेपी के ही विधायक थे और इस बार भी हरीश शाक्य विधायक हैं। यहां पिछली बार भाजपा की स्थिति काफी मजबूत रही थी। यहां बीजेपी को 1,03,191 वोट मिले थे, सपा को 79,751 और कांग्रेस को 9,190 वोट मिले थे।

- सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के पिछली बार महेश चंद्र गुप्ता विधायक थे और इस बार भी वही विधायक हैं। यहां भाजपा प्रत्याशी को 1,03,842 और सपा को 89,691 और कांग्रेस को 9,698 वोट हासिल हुए थे।

- विधानसभा गुन्नौर की बात करें तो पिछली बार यहां भाजपा के विधायक अजीत कुमार यादव उर्फ राजू भैया विधायक थे। वर्ष 2017 में भाजपा ने उन्हें विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था, जहां पहली बार भाजपा जीती थी। यहां लोकसभा चुनाव वर्ष 2019 में बीजेपी को 96,531 जबकि अपने ही गढ़ में सपा को 1,06,159 वोट मिले थे। यहां पहली बार भाजपा को काफी बढ़ी संख्या में वोट मिले थे जिस वजह से सपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था। मगर, इस बार यहां सियासी समीकरण बदले हैं और मौजूदा समय में यहां सपा के ही रामखिलाड़ी यादव विधायक हैं इसलिए इस बार सपा को यहां मजबूत माना जा रहा है। 

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