मुरादाबाद : तंत्र-मंत्र के फेर में फंसकर किसान ने गवां दी जान, पुलिस ने भेष बदलकर तांत्रिक को किया बेनकाब...गिरफ्तार

मुरादाबाद : तंत्र-मंत्र के फेर में फंसकर किसान ने गवां दी जान, पुलिस ने भेष बदलकर तांत्रिक को किया बेनकाब...गिरफ्तार

बिलारी के रुस्तमनगर खास निवासी किसान रामवीर सिंह की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कथित तांत्रिक राजेश कश्यप पुलिस की गिरफ्त में और घटनाक्रम की जानकारी देते एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीना

मुरादाबाद, अमृत विचार। तंत्र-मंत्र के चक्कर में फंसकर किसान ने अपनी जान गवां दी। हत्या के 14 दिन बाद उसका शव काफी विक्षिप्त अवस्था में गन्ने के खेत में मिला था। इस पूरे घटनाक्रम काे पुलिस ने सार्वजनिक कर दिया है। अभियुक्त कथित तांत्रिक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की सार्वजनिक करने में पुलिस को घटना के दिन 24 दिन लग गए। इसमें थाना-सर्किल और एसओजी पुलिस की टीम लगी थीं। 
पूरा मामला बिलारी थाना क्षेत्र के गांव रुस्तमनगर खास का है। यहां के किसान रामवीर सिंह पुत्र स्वर्गीय श्यामलाल 12 फरवरी को यह कहकर घर से निकले थे कि वह खेत जा रहे हैं। इसके बाद वह लौटे नहीं, उनका मोबाइल भी बंद जा रहा था। घर वाले काफी परेशान थे। काफी खोजबीन के बाद भी जब रामवीर सिंह घर वालों को खोजे नहीं मिले थे तो उनके बेटे विपिन कुमार ने दूसरे दिन थाने पहुंचकर एक प्रार्थना पत्र देकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

घटना का खुलासा करते हुए एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीना ने बताया कि पुलिस की प्रारंभिक जांच में परिजन किसी भी व्यक्ति से कोई रंजिश या मनमुटाव न होना कह रहे थे। लेकिन, हां वह यह जरूर बता रहे थे कि रामवीर सिंह कुछ दिनों से अधिक परेशान होकर किसी से भी कुछ ज्यादा बोल नहीं रहे थे। ऐसे में घटना का खुलासा पुलिस के लिए और भी अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया था।

एसएसपी ने इस मामले के राजफाश के लिए पुलिस की तीन टीमों का गठन किया था। इसमें सर्विलांस सेल, एसओजी टीमें भी लगी थीं। रामवीर सिंह का कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने आसपास क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जांचने शुरू किए थे। फुटेज में रामवीर सिंह साइकिल से अकेले सिलाही लद्दा, किनौवी की तरफ जाते दिखे। सर्विलांस टीम को सुराग लगा कि रामवीर सिंह अक्सर सिहाली लद्दा गांव में तांत्रिक राजेश कश्यप के यहां आते-जाते हैं। राजेश कश्यप अपना ठिकाना गांव से करीब ढाई किमी दूर जंगल में झोपड़ी डालकर बनाए था। फिर पुलिस का तांत्रिक पर संदेह गहरा गया था।

उधर, पुलिस को घटना के 14 दिन बाद 26 फरवरी को ग्रामीणों से किनौवी के जंगल में गन्ने के खेत में शव पड़ा होने की खबर लगी। शव कई दिन पुराना हो गया था, पहचान मुश्किल हो रही थी। काफी प्रयास के बाद शव की शिनाख्त रामवीर सिंह के रूप में हाे गई थी। उसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण शव के गर्दन पर घाव एंटी मोर्टम इंजरी होना पाया गया। एसपी ग्रामीण ने बताया कि आरोपी राजेश कश्यप पुत्र रमेश कश्यप निवासी सिहाली लद्दा उर्फ सहेरिया को गिरफ्तार किया गया है। उसकी निशाहदेही पर आला कत्ल चाकू व मृतक की साइकिल को अभियुक्त की झोपड़ी के पास ही गन्ने खेत से बरामद किया गया है।

पुलिस ने भेष बदलकर कथित तांत्रिक को किया बेनकाब
एसपी ग्रामीण ने बताया कि शव मिलने और हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने तांत्रिक वाले मामले में काम शुरू किया। एसओजी व थाना पुलिस टीम के कुछ पुलिसकर्मियों ने भेष बदलकर राजेश कश्यप की झोपड़ी में गए थे। वहां अपने को परेशान होना बताया था तो उसने ही उनसे कहा कि वह सप्ताह के सोमवार के दिन क्रिया करता है, उन लोगों को भी राजेश कश्यप ने उसी दिन बुलाया।

सफल तंत्र करने का भरोसा देने के लिए राजेश ने पुलिसकर्मियों को बताया भी कुछ दिन पहले उसने रामवीर सिंह को परेशान से मुक्त किया है। बस, इतना सुनते ही पुलिस ने उसे दबोच लिया और थाने लाकर गहनता से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि थाने में भी वह पुलिस को गुमराह करने के लिए काफी ढोंग कर रहा था। अपने पर बाबा का कहकर अचानक हंसने लगता और छलांग लगाने लगता था। एसपी ग्रामीण ने बताया कि आरोपी तांत्रिक की गांव से दूर झोपड़ी से मृतक रामवीर का शव मिलने वाले खेत की दूरी करीब 200 मीटर की थी।घटनास्थल के आसपास 2.5 किमी की दूरी में कोई भी गांव नहीं है। कच्चे रास्ते जरूर हैं। 

कथित तांत्रिक ने पुलिस को बताई कहानी
अभियुक्त राजेश कश्यप ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि मैं काफी दिनों से तांत्रिक का काम करता हूं। मेरे घर पर लोग आते थे परंतु जब काफी लोग आने लगे तो मैंने अपने खेत में झोपड़ी डाल ली। वहीं पर देवी-देवताओं की फोटो लगाकर पूजा करने लगा था। लोगो की परेशानी दूर करता था।सोमवार के दिन अधिक लोगों की भीड़ रहती थी। रामवीर सिंह भी अपनी बेटी की शादी और खुद के मानसिक तनाव के कारण मेरे पास झाड़-फूंक कराने कई बार आए थे। पिछली बार वसंत पंचमी पहले सोमवार का महत्व अत्यंत शुभदाई होने से मैंने उन्हें 12 फरवरी की शाम 7 बजे झोपड़ी में बुलाया था। रामवीर अपनी समस्याओं से मुक्ति चाहते थे। मैं शराब पीकर ही सारी क्रियाएं करता हूँ।

रामवीर को मुक्ति देने के लिए पूजा करने के बाद पास में ही चंद्रपाल के गन्ने के खेत में उन्हें ले जाकर उन्हीं के मफलर से उनके गले में तीन गांठ लगाई और कस दिया। बेहोश होने पर मफलर की गांठ खोली और मैने नशे में उनकी गर्दन पर चाकू से वार कर दिया। फिर उन्हीं के खून से उनके माथे पर तिलक किया। फिर मैं वापस झोपड़ी पर आ गया था। मृतक रामवीर की साइकिल व चाकू को मैंने झोपडी के पास ही गन्ने के खेत में छिपा दिया था। सुबह नशा उतरा तो मुझे समझ में आया कि मुझसे गलती हो गई।

कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम
बिलारी थानाध्यक्ष रवींद्र प्रताप सिंह, एसएसआई अमित कुमार तोमर और एसओजी टीम के साथ दरोगा जितेंद्र कुमार व अमित कुमार थे। इनके साथ ही सर्विलांस टीम एवं दरोगा मतीन अहमद, ओमपाल सिंह, विनीत कुमार गौतम और कांस्टेबल मोहित कुमार, सचिन सैनी शामिल रहे।

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