पराग एलर्जी और बदलते मौसम ने लोगों को किया बीमार

पराग एलर्जी और बदलते मौसम ने लोगों को किया बीमार

हल्द्वानी, अमृत विचार: पराग कण व बदलते मौसम की वजह से एलर्जी की समस्या बढ़ती जा रही है। इस समय पेड़-पौधों में नए पराग कण आ रहे हैं तो वहीं साथ ही मौसम में बदलाव हो रहा है। दिन और रात के पारे में 22 डिग्री तक का अंतर है। इन वजहों से एलर्जी की समस्या बढ़ रही है और लोगों को सर्दी, खांसी, जुकाम और त्वचा रोगों की समस्या हो रही है।


अस्पतालों में लगातार दो दिनों से ओपीडी बंद है। इमरजेंसी में मरीज पहुंच रहे है। इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों में बहुत से ऐसे मरीज हैं जिन्हें एलर्जी की समस्या हो रही है। एलर्जी की वजह से लोगों को सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के साथ ही त्वचा रोगों की समस्या बढ़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार 15 मार्च से लेकर 15 अप्रैल तक मौसम तेजी के साथ बदलता है। दिन में पारे में उछाल आना शुरू हो जाता है।

इस वजह से एलर्जी की समस्या बढ़ती है। साथ ही इस समय पोलन एलर्जी भी होती है। पराग एलर्जी की वजह पेड़-पौधों में आने वाले नये पराग कण हैं। ये पराग कण भी एलर्जी की समस्या बन जाते हैं। अस्पतालों में लगातार दो दिनों से ओपीडी बंद चल रही है। इस वजह से एलर्जी की समस्या वाले मरीज इमरजेंसी में पहुंच रहे हैं। 

एलर्जी के रोगों में हो गई है बढ़ोत्तरी
हल्द्वानी। सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष मेरिया ने बताया कि अस्पताल में एलर्जी रोगों की समस्या बढ़ रही है। पिछले कुछ दिनों से इस तरह के मरीजों में 30 प्रतिशत का उछाल आया है। वहीं एसटीएच की बोल रोग विशेषज्ञ डॉ. ऋतु रखोलिया ने बताया कि बच्चे भी एलर्जी की समस्या से पीड़ित हैं। इसलिए माता-पिता को जरूरत है कि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा ख्याल रखें।

एलर्जी रोगों से ऐसे करें बचाव
हल्द्वानी। एलर्जी रोगों से बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी सााफ-सफाई का ध्यान रखना है। अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोते रहना चाहिए और साथ ही मास्क का उपयोग करना चाहिए। ऐसी जगह जाने से बचना चाहिएं जहां धूल ज्यादा उड़ती है। साथ ही तबीयत खराब होने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

आज खुलेगी ओपीडी
हल्द्वानी। सरकारी अस्पतालों में लगातार दो दिन बंद रहने के बाद मंगलवार को ओपीडी खुल जाएगी। सोमवार को ईद त्योहार की वजह से ओपीडी को बंद रखा गया था। उससे पहले रविवार का अवकाश था। अनुमान है कि मंगलवार को डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल, सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल, राजकीय आयुष अस्पताल और राजकीय महिला चिकित्सालय की ओपीडी में मरीजों की ज्यादा भीड़ रहेगी।