बदायूं: विरोध के चलते बायोमेट्रिक से नहीं लगाई हाजिरी, BSA ने रोक दिया 3200 शिक्षकों का वेतन

शिक्षकों द्वारा डिजिटल रजिस्टर का नहीं कर रहे हैं प्रयोग, बीएसए ने की कार्रवाई 

बदायूं: विरोध के चलते बायोमेट्रिक से नहीं लगाई हाजिरी, BSA ने रोक दिया 3200 शिक्षकों का वेतन

बदायूं, अमृत विचार। बेसिक विद्यालयों में शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों की रियल टाइम बायोमेट्रिक उपस्थिति को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। शासन व निदेशालय की ओर से इसे लेकर बीएसए को सख्त निर्देश मिले हैं। जिस पर कार्रवाई करते हुए बीएसए ने जिले के 3200 शिक्षकों के वेतन पर अग्रिम आदेशों पर रोक लगा दी है। चेतावनी दी कि जब तक उनके द्वारा एक दर्जन रजिस्टर डिजिटल नहीं कर दिए जाते तब तक वेतन नहीं निकाला जाएगा। 

शासन की ओर से फेस रिकग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति समेत एक दर्जन रजिस्टर डिजिटल करने के निर्देश दिए गए हैं। यह कार्य 15 फरवरी से शुरू हो गया है। परंतु शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं। उनके द्वारा एक दर्जन से अधिक रजिस्टरों को डिजिटल नहीं किया जा रहा है। शिक्षक सरकारी सिम और डाटा की धनराशि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए उनके द्वारा कई बार बीएसए के माध्यम से महानिदेशक शिक्षा के नाम का ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है। 

अब शासन ने इस पर सख्ती शुरू कर दी है। शासन ने बीएसए को शत प्रतिशत रियल टाइम उपस्थिति का काम शुरू कराने का आदेश दिया है। वहीं रियल टाइम उपस्थित शुरू होने की वजह से जिले की रैंकिंग प्रभावित हो रही है। जिले का 75वें स्थान पर है। शासन के आदेश पर बीएसए ने कार्रवाई करते हुए जिले के 3200 से अधिक शिक्षकों का वेतन अग्रिम आदेशों पर रोक दिया है। चेतावनी दी है कि जब तक रियल टाइम उपस्थिति शिक्षकों द्वारा शुरू नहीं कर दी जाती तब तक वेतन पर रोक रहेगी। 

शासन के निर्देश पर 12 रजिस्टर के रियल टाइम प्रयोग के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए यू-ट्यूब के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। इसके बाद भी यहां डिजिटल पंजिकाओं, विशेषकर उपस्थिति पंजिका के प्रयोग की स्थिति काफी खराब मिली है। इसी के तहत शिक्षकों का वेतन रोका गया है। 12 रजिस्टरों का प्रयोग शुरू होने के बाद वेतन निकाल दिया जाएगा-स्वाती भारती, बीएसए।

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