बरेली: सपा ने आंवला से नीरज मौर्य को दिया टिकट, तैयारी में जुटे अगम को झटका

बरेली: सपा ने आंवला से नीरज मौर्य को दिया टिकट, तैयारी में जुटे अगम को झटका

बरेली, अमृत विचार: शाहजहांपुर की जलालाबाद सीट से विधायक रहे नीरज मौर्य के साथ बरेली में पूर्व जिलाध्यक्ष अगम मौर्य की भी गिनती स्वामी प्रसाद मौर्य के नजदीकी लोगों में है। स्वामी प्रसाद की सपा प्रमुख अखिलेश यादव से नाराजगी की खबरों के बीच इनमें से नीरज मौर्य को आंवला में टिकट दिया गया है। 

अगम मौर्य भी आंवला से टिकट पर काफी समय से दावा ठोक रहे थे लेकिन फिलहाल निराशा उनके हाथ लगी है। आंवला संसदीय क्षेत्र में मौर्य मतदाताओं की तादाद भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप के सजातीय मतदाताओं के टक्कर की बताई जाती है, लिहाजा नीरज मौर्य को टिकट दिए जाने से तय हो गया है कि चुनाव अगर जातीय आधार पर हुआ तो मुकाबला दिलचस्प होगा।

सपा प्रमुख ने नीरज मौर्य को पहले ही आंवला संसदीय क्षेत्र का प्रभारी बना दिया था, इसलिए उन्हें आंवला से टिकट दिए जाने की संभावना भी जताई जाने लगी थी। अब सोमवार को जारी सपा की दूसरी लिस्ट में उनका नाम होने से साफ हो गया है कि पार्टी पहले ही उन्हें आंवला में टिकट देने का मन बना चुकी थी। 

लखनऊ निवासी नीरज जलालाबाद सीट से वर्ष 2007 और 2012 में विधायक चुने जा चुके हैं। इसके बाद 2017 में पूर्व सपा विधायक शरद वीर सिंह से चुनाव हार गए थे। स्वामी प्रसाद मौर्य के खास माने जाने वाले नीरज राजनीति में उनका अनुसरण करते रहे हैं। स्वामी प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद वह भी भाजपाई हो गए थे। 2022 में स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में आए तो नीरज भी सपा में शामिल हो गए थे।

स्वामी प्रसाद के कोटे में सपा ने उन्हें जलालाबाद सीट पर शरदवीर सिंह का टिकट काटकर उन्हें 2022 का चुनाव लड़ाया था। लेकिन वह भाजपा प्रत्याशी हरिप्रकाश वर्मा से चुनाव हार गए थे। इसके बाद सपा ने नीरज मौर्य को आंवला लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी बना दिया था।

बिथरी और आंवला सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके अगम मौर्य समेत कई और ने भी आंवला से लोकसभा चुनाव का टिकट मांगा था। इससे पहले अगम को बिथरी का टिकट स्वामी प्रसाद की पैरवी पर ही मिला था। अगम पहले बसपा में थे। सपा में आने के बाद उन्हें जिलाध्यक्ष बनाया गया था। मौर्य बिरादरी के मतदाताओं के बलबूते बसपा के टिकट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में सिनोद शाक्य और 2004 में सुधीर मौर्य मुख्य मुकाबले में रहे थे।

आंवला संसदीय क्षेत्र में 18.5 लाख वोट
आंवला लोकसभा क्षेत्र में करीब 18.5 लाख मतदाता हैं। इसमें बदायूं के शेखूपुर, दातागंज और बरेली की फरीदपुर, बिथरी चैनपुर और आंवला समेत पांच विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में इन सभी सीटों पर भाजपा जीती थी।

दो चुनाव जीत चुकी है सपा
लोकसभा चुनाव 1989 और 1991 में भाजपा के लगातार दो बार जीतने के बाद 1996 के चुनाव में उसे झटका लगा और सपा के सर्वराज सिंह जीते। हालांकि दो ही साल बाद हुए 1998 के चुनाव में फिर भाजपा जीत गई। इसके बाद 1999 का चुनाव सपा ने जीता। 2004 में जनता दल (यू) के टिकट पर सर्वराज फिर संसद पहुंचे। पिछले दो चुनावों से भाजपा का इस सीट पर कब्जा है। इस बीच 2009 का चुनाव मेनका गांधी ने जीता था।

यह भी पढ़ें-  बरेली: अमृत भारत सिटी और आंवला स्टेशन का 26 को PM मोदी करेंगे शिलान्यास, तैयारियों में जुटे अधिकारी