बरेली: हेल्थ कार्ड बनवाने के बहाने ठगी, महिलाओं ने किया हंगामा

बरेली: हेल्थ कार्ड बनवाने के बहाने ठगी, महिलाओं ने किया हंगामा

फोटो- आजमनगर चौराहे पर अस्पताल में फ्री इलाज के लिए फ्री इलाज के लिए शिविर लगाने वाली फोटो सीएमओ को भेजी गई।

बरेली, अमृत विचार: हेल्थकार्ड बनाने बहाने कई महिलाओं से आजमनगर चौराहे पर 150 रुपये लेकर ठगी की गई। एनजीओ द्वारा महिलाओं से रुपये लेने को लेकर हंगामा हो गया। मामले की जानकारी सीएमओ को दे दी गई है। यह संस्था निगम के नामित पूर्व पार्षद की पत्नी चलाती हैं।

आजमनगर चौराहे पर रविवार को तीन महिलाओं ने शिविर लगाया। शिविर में बताया गया कि हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे हैं। इस कार्ड से शहर के 13 अस्पतालों में ओपीडी में कोई फीस नहीं लगेगी। जांचों में भी 50 फीसदी की छूट मिलेगी। मुफ्त इलाज की बात सुनकर क्षेत्र की कई महिलाओं ने 150 कार्ड की फीस चुकाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया। महिलाओं से कहा गया कि उन्हें चार पांच दिन में कार्ड मिल जाएगा। उन्हें यह भी बताया कि आयुष्मान कार्ड का लाभ मरीज के भर्ती होने पर मिलता है लेकिन इस कार्ड का लाभ बिना भर्ती होने पर मिलेगा।

जानकारी होने पर क्षेत्रीय पार्षद जयप्रकाश राजपूत मौके पर पहुंचे और महिलाओं से कार्ड के बारे में पूछा। जब महिलाओं ने कोई सही जवाब नहीं दे पाईं। इसी दौरान एक व्यक्ति ने आकर विरोध किया। पार्षद ने आयुष्मान कार्ड प्रभारी डाॅ. अनुराग को जानकारी दी। डाक्टर ने अवकाश की वजह से बाहर होने की बात कही तो उन्होंने सीएमओ डाॅ. विश्राम सिंह को जानकारी दी तो उन्होंने पार्षद से गूगल फोटो और वीडियो मांगे और मामले की जांच कराने की बात कही है।

इस बारे में पूर्व नामित पार्षद ने बताया कि उनकी पत्नी सोशल वेलफेयर सर्विस संस्था चलाती हैं। इसका कार्यालय महानगर में है। उनसे कार्ड का लाभ देने वाले अस्पतालों और नर्सिंग होम की सूची मांगी तो उन्होंने बताया कि पत्नी बाजार गई हैं, यह सूची उन्हीं के पास है।

इसी तरह की ठगी चार साल पहले भोजीपुरा के एक गांव में की गई थी। वहां भी 150 रुपये का हेल्थ कार्ड ग्रामीणों को बनाकर दिया गया और उनसे वसूली की गई थी। उस सूची में तत्कालीन आईएमए अध्यक्ष के हास्पिटल का भी नाम था। डॉक्टर ने इसे ठगी बताया था।

शिविर लगाकर रुपये वसूलने की शिकायत की गई है। फोटो भी आए हैं, जिसमें महिलाएं बैठी दिख रही हैं। प्रकरण नोडल अधिकारी को भेजकर मंगलवार तक रिपोर्ट मांगी है---डॉ. विश्राम सिंह, सीएमओ।

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