यूपी पुलिस कॉस्टेबल परीक्षा से पहले पेपर लीक का प्रयास करने वाले साल्वर गैंग के 22 लोगों की हुई गिरफ्तारी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित दिनांक 17 एवं 18 फरवरी को होने वाली पुलिस आरक्षी प्रतियोगी परीक्षा में सेंध लगाकर पेपर लीक करने का प्रयास करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए यूपीएसटीएफ ने अब तक सॉल्वर गैंग के 22 युवकों की गिरफ्तारी की है। इससे पूर्व STF ने पेपल लीक करने के मामले में झांसी से 2 युवकों को गिरफ्तार किया था वहीं वाराणसी, आगरा, कौशांबी, गाजीपुर में भी अरेस्टिंग हुई थी। वहीं मऊ में भी सॉल्वर गैंग के लोग गिरफ्तार किए गए। अभ्यर्थियों के पास से प्रवेश पत्र समेत कई दस्तावेज बरामद हुए हैं।
कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने मोनू कुमार निवासी शामली, रजनीष रंजन निवासी बिहार को झांसी से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार मोनू व रंजन के पास से एक स्कार्पियों, एक फारच्यूनर, 10 एडमिट कार्ड की छायाप्रति। तीन मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड, ड्राइविंग लाईसेन्स बरामद किए गए हैं।
वाराणसी में भी हुई गिरफ्तारी
दूसरी ओर एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए वाराणसी से भी दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों लोग भी पेपर लीक करने का प्रयास कर रहे थे। एसटीएफ ने प्रिन्स कुशवाहा निवसी चन्दौली व विजय कुमार राय निवासी मिर्जापुर को गिरफ्तार किया है। हालांकि पेपर लीक गैंग का सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा निवासी गाजीपुर बच निकला जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ प्रयास कर रही है।
झांसी से हुई गिरफ्तारी
एसटीएफ नें दोनों आरोपियों को शुक्रवार को नवाबाद, झांसी से गिरफ्तार किया है। यूपी एसटीएफ को पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षी भर्ती ऑनलाइन परीक्षा में धांधली व फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के बारे में जानकारी मिली थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों को परीक्षा को नकल विहीन एवं पारदर्शी कराने हेतु दिये निर्देश दिये गये थे।
मिली थी जानकारी
एसटीएफ फील्ड यूनिट नोएडा को गुरुवार को पता चला थी कि शा0मली के मोनू कुमार परीक्षा से सम्बन्धित पेपर लीक कराकर अभ्यर्थी से पैसे लेकर पेपर की कॉपी देन जा रहा है। इस दौरान व पुलिस लाईन्स, झांसी के सामने से होते हुए निकलेगा। सूचना पर कार्य करते हुए एसटीएफ नोएडा की टीम कार्रवाई करते हुए जनपद झांसी की क्राइम टीम को लेकर पुलिस लाइन के पास से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आठ से दस लाख था रखा था पेपर का रेट
उत्तर प्रदेश पुलिस की परीक्षा में भी इस गैंग के द्वारा प्रत्येक कन्डीडेंट से पेपर आउट करने के लिए आठ से दस लाख रूपया तय किया गया था।
पूछताछ में हुए खुलासे
गिरफ्तार अभियुक्त मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने पूछताछ में बताया कि उसकी उम्र लगभग 30 वर्ष। वह बीए पास है, उसने बताया कि वह इण्टर पास करके भारतीय नौ-सेना में भर्ती हुआ था और उसने उड़ीसा चिलका में ट्रेनिंग की थी और ट्रेनिंग के दौरान छुटटी पर आया था, फिर वापस नौकरी पर नही गया।
इसके बाद उसने बीए में प्रवेश लिया और साथ ही मुखर्जी नगर में एसएससी की तैयारी करने लगा था। कोचिंग के दौरान ही उसकी मुलाकात मोनू पंडित से हुई, जो परीक्षा में धांधली का काम करता है। मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर भी मोनू पंडित के साथ मिलकर ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में स्क्रीन शेयरिंग के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली कराता था।
2022 में बनाई थी लैब
मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने 2022 में झांसी में ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाऐं कराने के लिए एक लैब भी बनाई थी। जहां पर होने वाली परीक्षाओं में गैंग के साथ मिलकर बडे़ पैमाने पर ऑनलाइन परीक्षाओं में धांधली की जाती थी। मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने बताया कि दो वर्ष पहले टीईटी की परीक्षा का पेपर लींक हो गया था, उसको मोनू पंडित ने ही इसे भेजा था। मोनू पंडित के माध्यम से मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर की मुलाकात जनपद मेरठ निवासी आशीष पालीवाल एवं अतुल पालीवाल से हो गयी थी, जो पेपर लीक करने वाले गैंग से सम्बन्धित था।
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