Shahjahanpur News: बिजली की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आकर जिंदा जला बुजुर्ग, दर्दनाक मौत
फोटो- रामनाथ के जलने के बाद मौके पर एकत्र लोग।
शाहजहांपुर/जलालाबाद,अमृत विचार: कम ऊंचाई पर डाली गई झूलती बिजली की लाइन बुजुर्ग के लिए काल बन गई। हाइटेंशन लाइन के संपर्क में बुजुर्ग की चारे की बोरी आने से वह जिंदा जल गया। घटना का कारण बिजली लाइन का नीचे होना रहा। बिजली की जो लाइन जमीन से कम से कम 25 फीट ऊपर होनी चाहिए थी, लेकिन यहां लगभग 15 फीट ऊपर थी। जिस कारण यह घटना हुई।
घटना से अधिकारियों में खलबली मच गई। प्रशासन और बिजली विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। पीड़ित के परिवार को मुआवजा देने की घोषणा की है। घटना होने के कारणों की जांच के लिए अधीक्षण अभियंता जेपी वर्मा ने अधिशासी अभियंता बिजली जलालाबाद मुदित सोनकर को जांच का आदेश दिया है। जांच के बाद दोषी अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शाहजहांपुर जनपद के थाना जलालाबाद क्षेत्र के गांव उवरिया निवासी 60 वर्षी रामनाथ खेतों में पशुओं के लिए चारा लेने गुरुवार सुबह गया था। दोपहर लगभग 12 बजे वह बरसीम काटकर उसको बोरी में भरकर सर पर लादकर घर लौट रहे थे। तभी गांव के पश्चिम तालाब के किनारे सत्यपाल के खेत की मेड पास 33000 केवीए की लाइन के ढीले तारों से उनकी सर पर रखी घास भरी बोरी टच हो गई।
भारी बोरी टच होते ही बिजली के करंट से रामनाथ की जलकर मौत हो गई। बिजली के करंट से जलकर मौत की खबर आग की तरह आसपास के लोगों को मिली। जहां भारी संख्या में भीड़ जमा हो गई। वहीं घटना के बाद परिजनों व रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल है।
बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचना दी। सूचना मिलते ही कोतवाल हरपाल सिंह बालियान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना का निरीक्षण करने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शाहजहांपुर भेज दिया। सूचना पर जलालाबाद के तहसीलदार पैगाम हैदर राजस्व टीम के पास पहुंचे और घटना का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचना दी।
तहसीलदार ने बताया कि मृतक आश्रित को 5 लाख की आर्थिक सहायता देने के लिए घटना की रिपोर्ट तैयार करके बिजली विभाग को भेजी जाएगी और वहां से मृतक आश्रित को 5 लाख की आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। उन्होंने बताया मृतक भूमिहीन है। इसलिए यह सहायता बिजली विभाग की लापरवाही को दोषी मानते हुए उनसे दिलवाई दी जाएगी।
खेत के ऊपर से गुजर रहे ढीले तार
ग्रामीणों ने बताया मृतक राम नाथ की थोड़ी जमीन थी वह गंगा एक्सप्रेस वे में चली गई। मृतक भूमि हीन है। उसकी पत्नी जयंती हैं। उसके कोई संतान भी नहीं है। एक बड़े भाई खेम करन हैं जो दिव्यांग हैं। घटनास्थल पर पहुंचे ग्राम प्रधान उमेश पाल कुशवाहा ने बताया तार इतने ढीले हैं कि खेत की जमीन से 5 फीट की दूरी तक लटकते हैं।
विभाग की इस लापरवाही के लिए कई बार ग्रामीणों की सहायता से उन्होंने शिकायत की पर बिजली विभाग में तार ऊंचे उठाने का कोई काम नहीं किया। बिजली विभाग की लापरवाही के चलते एक ग्रामीण की मौत हो गई। बिजली के तार गर्मियों में जमीन के चार फीट पास ग्रामीण राजेश पाल ने बताया बिजली के तार गर्मियों में जमीन के चार फीट तक नीचे आ जाते हैं जिस गांव के लोग उधर खेती किसानी करने से भी जाने से बचते हैं बिजली विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीण बिजली विभाग की लापरवाही को कोसते नजर आए।
घटना की जानकारी हुई है। तारों को काफी दिन पहले ऊंचा किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। ऐसा क्यों हुआ और किसकी लापरवाही से घटना हुई इसकी जांच के लिए ईई जलालाबाद को निर्देश दिए हैं। जिसकी भी गलती होगी उसे बख्शा नहीं जाएगा--- जेपी वर्मा, अधीक्षण अभियंता।
लगभग डेढ़ महीना पहले बिजली के तारों को ऊपर उठाने का काम किया जाना था। इसके लिए लगभग 72 लाख रुपये का ठेका दिया गया था। मौके पर काम कराने के लिए ठेकेदार गया भी था, लेकिन ग्रामीणों ने खेत में गेहूं की फसल खड़ी होने की बात कहते हुए रिकंडक्टरिंग का काम नहीं होने दिया। घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी---मुदित सोनकर, अधिशासी अभियंता जलालाबाद।
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