डीजीपी के नाम फर्जी इंस्टाग्राम ID बनाकर की ठगी, रिपोर्ट दर्ज
साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज, पुलिस कर रही जांच
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लखनऊ, अमृत विचार: साइबर जालसाजों ने पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बना ली है। इसके माध्यम से अजमेर रोड पर हुए एलपीजी के टैंकर में ब्लास्ट हादसे के पीड़ितों की मदद के नाम पर ठगी की जा रही है। क्यूआर कोड भेजकर रुपये मांगे जा रहे हैं। सोशल मीडिया अकाउंट के साथ फर्जी यू-ट्यूब चैनल भी बना लिया गया है। डीजीपी को जानकारी हुई तो साइबर क्राइम थाने में जानकारी दी। साइबर क्राइम थाने के एसआई गुलाम हुसैन ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक जयपुर में 21 दिसंबर को एलपीजी के टैंकर में ब्लास्ट हुआ था। इस भीषण हादसे में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसा इतना भयानक था कि 200 मीटर के एरिया में कई गाड़ियां जल गईं। बसों में बैठे यात्री झुलस गए। इनमें से कई ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। इसी हादसे को आधार बनाकर ठगी की जा रही है।
फोटो और नाम दोनों का किया गलत प्रयोग
साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर के मुताबिक जालसाजों ने डीजीपी के नाम से prashantk_dgp.up नाम से फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई है। इसमें डीजीपी प्रशांत कुमार की फोटो का प्रयोग किया गया है। वहीं, फर्जी यू-ट्यूब चैनल Prashant Kumar IPS (@Prashantk DGPup) के नाम से चलाया जा रहा है।
क्यूआर कोड भेजकर मांग रहे रुपये
एसआई गुलाम हुसैन के मुताबिक साइबर जालसाजों डीजीपी प्रशांत कुमार के नाम से फर्जी इंस्टग्राम अकाउंट बनाया है।इसमें उनकी फोटो लगाई गई है। इस अकाउंट के माध्यम से साइबर ठग जयपुर में ट्रक हादसे में घालयों की मदद के लिए पैसे मांग रहे हैं। साइबर ठगों ने पैसों के लिए बाकायदा क्यूआर कोड जारी किया है। इसी को स्कैन करने और पैसे ट्रांसफर करने की अपील की जा रही है।
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