बरेली: हल्द्वानी से आने लगे ट्रक, ट्रांसपोर्टर्स और व्यापारियों को राहत, बवाल के चलते दो दिन से थमे थे रेत, बजरी और लोहे के पाइप से लदे ट्रकों के पहिये

बरेली: हल्द्वानी से आने लगे ट्रक, ट्रांसपोर्टर्स और व्यापारियों को राहत,  बवाल के चलते दो दिन से थमे थे रेत, बजरी और लोहे के पाइप से लदे ट्रकों के पहिये

बरेली, अमृत विचार : हल्द्वानी में बवाल के बाद रोके गए ट्रकों का आवागमन शुरू हो जाने से व्यापारियों और ट्रांसपोर्टर्स ने शनिवार को राहत महसूस की। रेत,बजरी, पाइप फिर आना शुरू हो गए।

दरअसल, हल्द्वानी में बवाल के चलते ट्रकों की आवाजाही बंद रहने से बिल्डिंग मैटेरियल के कारोबारी परेशान थे। बरेली के ट्रक भी माल लोड करने वहां नहीं जा सके। शुक्रवार देर शाम हालात सामान्य होने पर ट्रकों की आवाजाही शुरू कर दी गई। शनिवार सुबह से ही ट्रकों के बरेली पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया।

ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष शोभित सक्सेना बताते हैं कि जिले में सबसे अधिक हल्द्वानी से रेत-बजरी आता है। वहां सात- आठ बड़े क्रेशर हैं। बिल्डिंग मैटेरियल के कारोबारी गौरव बताते हैं कि हल्द्वानी में बवाल की वजह से माल लदे ट्रक रुके हुए थे। शनिवार को ट्रक बरेली पहुंचे। कारोबारी अनिल अग्रवाल बताते हैं कि 50 लाख से अधिक का पाइप हल्द्वानी से प्रतिदिन बरेली आता है। आवाजाही बंद होने और माल न मिलने से दो दिन में एक करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ।

दामों में नहीं दिखा कोई अंतर: दो दिन ट्रकों की आवाजाही ठप होने पर भी दामों पर कोई असर नहीं पड़ा। बिल्डिंग मैटेरियल के बड़े कारोबारी राम नरेश मिश्रा ने बताया कि हल्द्वानी में बवाल के बाद लोगों ने बाजपुर से रेता-बजरी मंगाना शुरू कर दिया। अधिकांश दुकानों पर एक से दो दिन का स्टाक बना रहता है। पाइप की 75 फीसदी आपूर्ति हल्द्वानी से होती। एक-दो दिन और ट्रकों की आवाजाही शुरू नहीं होती तो असर पड़ सकता था।