बदायूं: कंपनी के दो सह निदेशक ने की 10.50 लाख की धोखाधड़ी, रिपोर्ट दर्ज

पुलिस ने नहीं की कार्रवाई तो कोर्ट की शरण में गए थे कंपनी के प्रबंध निदेशक

बदायूं: कंपनी के दो सह निदेशक ने की 10.50 लाख की धोखाधड़ी, रिपोर्ट दर्ज

बदायूं, अमृत विचार। फर्रुखाबाद रोड स्थित एक कंपनी के सह निदेशक ने कंपनी से धोखाधड़ी की। रुपये वापस करने पर उसने त्यागपत्र दे दिया। कंपनी में दूसरा सह निदेशक नियुक्त हुआ। फिर दोनों ने मिलकर कंपनी से लगभग साढ़े 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस भिजवाने के बाद भी दोनों ने कंपनी को रुपये वापस नहीं किए और बाद में रुपये देने से मना कर दिया। कंपनी के प्रबंध निदेशक ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के गन्ना दफ्तर के पास रहने वाले सुधीर कुमार गुप्ता ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि वह फर्रुखाबाद मार्ग के एफसीआई गोदाम स्थित ओमकारा एग्रीकेयर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रबंध निदेशक हैं। उनकी प्रशांत कुमार से पहचान थी। उन्होंने प्रशांत के साथ मिलकर 20 मई 2022 को कंपनी पंजीकृत कराई थी। वह प्रबंध निदेशक व प्रशांत कुमार सह निदेशक थे। प्रशांत के पास लगाने के लिए रुपये नहीं थे तो उन्हें मार्केटिंग की जिम्मेदारी दी गई थी। उनका काम कंपनी के उत्पादों को डिस्ट्रीब्यूटर तक पहुंचवाना व भुगतान प्राप्त करना था। जरूरत होने पर प्रशांत ने कंपनी से रुपये उधार लेने शुरू कर दिए। 4 जुलाई 2022 से 23 मई 2023 तक एक लाख 86 हजार 595 रुपये उधार लिए। बोर्ड की मीटिंग में प्रशांत की उधारी के बारे में पूछा तो वह भड़क गए। 13 जून 2023 को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। जांच की गई तो पता चला कि प्रशांत कुमार ने कंपनी से 8 लाख 62 हजार 988 रुपये धोखाधड़ी करके कंपनी से ले लिए हैं जबकि उस दौरान वह कंपनी के पद पर नहीं थे। कहने पर प्रशांत कुमार ने कंपनी से लिए गए 10 लाख 49 हजार 583 रुपये कंपनी के खाते में जमा करने का आश्वासन दिया। 

नोटिस भेजने पर धमकाया
सुधीर कुमार ने अपने रिश्तेदार देहरादून निवासी दशरथ सिंह को बतौर सह निदेशक ज्वाइन कराया। प्रशांत ने दशरथ सिंह के साथ मिलकर भी वित्तीय अनियमितताएं की। मामला सामने आने के बाद दरशथ ने भी अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। सुधीर कुमार ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से 6 दिसंबर 2023 को प्रशांत कुमार को नोटिस भिजवाया। जिसके बाद प्रशांत ने रुपये वापस करने से मना कर दिया। धमकाया कि अब रुपये मांगना बंद करो। वर्ना किसी झूठे मुकदमा में फंसा देंगे। आरोप है कि प्रशांत कुमार व दशरथ सिंह ने मिलकर धोखाधड़ी करके कंपनी के रुपयों का गबन किया है। 3 अगस्त 2023 को एसएसपी कार्यालय में प्रार्थना पत्र देने के बाद भी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। कोर्ट के आदेश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वास का हनन और धमकाने की रिपोर्ट दर्ज की है।

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