बाराबंकी : ट्रेन की रफ्तार और यात्रियों की सांसे रोकने को मुंह बाए खड़ा रेलमार्ग 

रेलवे ट्रैक के टूटे स्लीपर, हुक और चाबी अलग -थलग

बाराबंकी : ट्रेन की रफ्तार और यात्रियों की सांसे रोकने को मुंह बाए खड़ा रेलमार्ग 

कवेन्द्र नाथ पाण्डेय, बाराबंकी, अमृत विचार। रामनगरी आने वाले श्रद्वालुओं को एक्सप्रेस ट्रेन से अयोध्या पहुंचाने को लेकर जहां कई आधुनिक ट्रेन चलाने के साथ रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण किया जा रहा है। वहीं लखनऊ- बाराबंकी रेलमार्ग ट्रेन की रफ्तार और यात्रियों की सांसे रोकने के लिए मुंह बाए दिख रहा है। लखनऊ- बाराबंकी रेल मार्ग के हालत देखने से कभी भी बडे़ हादसे के होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इस रेलमार्ग पर रेलवे ट्रैक की स्लीपर तीन- चार जगहों पर टूटे हैं  तो वहीं हुक व चाभी भी अलग- थलग दिख रही है। ऐसे में इस पर गुजरने वाली एक्सप्रेस ट्रेन, मेल और मालगाड़ियों के लिए हमेशा खतरा बना हुआ है। मगर, जिम्मेदार यह जानते हुए किसी बडे़ हादसे का इंतजार कर रहे है। 

दूसरी फोटो

लखनऊ बाराबंकी रेल मार्ग खंभा संख्या 1076/7 की  जगह पर पटरी की चाबी और हुक स्लीपर से अलग- थलग हो गई है। वहीं पर इसके आस-पास तीन से चार स्थानों पर रेलवे ट्रैक की स्लीपर कई जगह से टूटे हुए पडे़ है। इसके बाद से दिन रात इन जर्जर पटरियों से एक्सप्रेस ट्रेन, मालगाड़ी व मेल गाड़ियां दौड़ रही है।  ऐसे में किसी भी समय किसी बडे़ हादसे के होने से इंकार नहीं किया जा सकता। मगर, जिम्मेदार इसकी जानकारी के बाद भी मरम्मत कराने की जरूरत नहीं समझ रहे। इस स्थित में मालगाडियों के झटके व एक्सप्रेस ट्रेन की रफ्तार से कभी भी पटरियों के खिसकने से वह बेपटरी होकर बडे़ हादसे को अंजाम दे सकती है। 

क्या बोले अधिकारी

रेलवे ट्रैक के कई स्थानों पर टूटने की जानकारी है। इसकी सूचना सीनियर चाबी मैन को दे दी गई है। टूटे स्लीपर, खुले हुक का बदलने का काम शीघ्र किया जाएगा।  
आनंद प्रकाश,स्टेशन अधीक्षक 
 सफेदाबाद, बाराबंकी 

यह भी पढ़ें : हरदोई : घरेलू झगड़े से परेशान हुआ हिस्ट्रीशीटर, खुद को मारी गोली

ताजा समाचार

आगर मालवा में Cricket खेल रहा था 15 साल का लड़का, अचानक बिगड़ी तबीयत और हो गई मौत
Kannauj: देवी पंडाल में चोरी से जलती मिली बिजली...गुस्साए भाजपा नगर अध्यक्ष, एक्सईएन से कही यह बात...
उत्साहपूर्वक 255 महादानियों ने किया रक्तदान : प्रदेश की चार ब्लड बैंक की टीमों ने किया प्रतिभाग
हल्द्वानी: दुग्ध संघ में काम करने वाला मुकेश बोरा का एक और मददगार फंसा
बहराइच के 315 बच्चों ने रचा इतिहास, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में बनें गोल्ड मेडिलिस्ट, गौरव को मिला 10000 का नगद पुरस्कार
हल्द्वानी: लगता है पुलिस ही मामला... जब चरस थी तब तस्कर नहीं, तस्कर मिली तो चरस गायब