पीलीभीत: 48 घंटे से पिंजड़े के पास ही डेरा जमाए बैठी बाघिन, तीसरे दिन भी पकड़ से बाहर

सुबह चारा लेने गए सिख फार्मर को दौड़ाया, भाई-भतीजों के साथ भागकर बचाई जान

पीलीभीत: 48 घंटे से पिंजड़े के पास ही डेरा जमाए बैठी बाघिन, तीसरे दिन भी पकड़ से बाहर

पीलीभीत, अमृत विचार: आबादी क्षेत्र में घूम रही बाघिन को कैद करने के लिए लगा पिंजड़ा तीसरे दिन भी खाली रहा। बाघिन पिछले 48 घंटे से पिंजड़े के ईद-गिर्द ही चहलकदमी कर रही है। सुबह बाघिन ने खेत पर चारा लेने गए सिख फार्मर को दौड़ा लिया।

बमुश्किल फार्मर और उसके भाई-भतीजों ने भागकर जान बचाई। वहीं देर रात भी बाघिन नील गाय का पीछा करते एक अन्य किसान के घर तक जा पहुंची। बाघिन की मौजूदगी देख परिवार में हड़कंप मच गया। किसान के परिवार ने शोर-शराबा कर बाघिन को भगाया। निगरानी टीमों द्वारा बाघिन की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।

सामाजिक वानिकी प्रभाग की पीलीभीत रेंज में सप्ताह भर से घूम रही बाघिन को पकड़ने के लिए बुधवार शाम शहर से सटे इस्लामनगर से करीब डेढ़ किमी दूर देवहा नदी की डबरी में पिंजड़ा लगाया गया है। एक दिन पूर्व बाघिन ने पिंजड़े के बाहर बंधी बकरी का तो शिकार किया, लेकिन पिंजड़े के भीतर नहीं गई थी। बाघिन पिछले 48 घंटे से पिंजड़े के आसपास ही मंडरा रही है।

इधर शुक्रवार सुबह सिख फार्मर जगतार सिंह अपने दो भाईयों और भतीजों के साथ खेत पर चारा लेने गए थे। सिख फार्मर भाई-भतीजों के साथ खेत के नजदीक पहुंचा ही पाया था कि सामने से बाघिन की गुर्राने की आवाज सुनाई दी।

बाघिन की आवाज सुनकर सभी के होश फाख्ता हो गए। बकौल जगतार सिंह: जैसे ही हम सभी ने मुड़कर भागने की कोशिश की, बाघिन ने भी पीछा करना शुरू कर दिया। बमुश्किल सभी ने घर में घुसकर अपनी जान बचाई। जगतार सिंह का घर पिजड़े से करीब 150 मीटर की दूरी पर है।

इधर देर रात भी बाघिन नीलगाय का पीछा करते हुए समीप में रह रहे नजीर शाह के घर के पास तक जा पहुंची। आहट पर नजीर शाह बाहर निकले और टॉर्च की रोशनी पास के खेतों पर डाली। टॉर्च की रोशनी में बाघिन को देखते ही नजीर शाह की सांसें थम गई।

उन्होंने इसकी जानकारी निगरानी टीम का नेतृत्व कर रहे पीटीआर के डिप्टी रेंजर मोहम्मद आरिफ समेत घर में सो रहे अन्य परिजनों को दी। बाघिन कहीं घर के भीतर न घुस आए, सभी ने शोर-शराबा करना शुरू कर दिया। टीम भी मौके पर पहुंची। नजीर शाह के मुताबिक कुछ देर बाद बाघिन वहां से चली गई। बुधवार रात बाघिन ने नजीर शाह के कुत्ते को भी निवाला बना डाला था।

आठ-आठ घंटे में शिफ्ट में चल रही निगरानी
बाघिन की लगातार मॉनिटरिंग लेकर निगरानी टीमों का गठन किया गया है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व और सामाजिक वानिकी प्रभाग के रेंजरों एवं डिप्टी रेंजरों के नेतृत्व में टीमें लगातार आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में बाघिन की निगरानी कर रही हैं।

गुरुवार रात पीटीआर के डिप्टी रेंजर मोहम्मद आरिफ के नेतृत्व में टीम निगरानी कर रही थी। शुक्रवार को सामाजिक वानिकी प्रभाग के डिप्टी रेंजर रमाकांत के नेतृत्व में टीम बाघिन की निगरानी को लगाई गई। टीम में वन दरोगा सुरेश गंगवार, बिक्रम सिंह, सलीम खान शामिल रहे।

बाघिन का मूवमेंट पिजड़े के आसपास ही देखा जा रहा है। निगरानी टीमों द्वारा लगातार बाघिन की मॉनिटरिंग की जा रही है। उम्मीद हैं कि जल्द ही बाघिन को पकड़ लिया जाएगा--- नवीन खंडेलवाल, डिप्टी डायरेक्टर, पीटीआर।

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