बरेली: रतौंधी और कुपोषण से होगा बचाव, बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन-A की खुराक

बरेली: रतौंधी और कुपोषण से होगा बचाव, बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन-A की खुराक

बरेली, अमृत विचार। विटामिन ए संपूरण कार्यक्रम के तहत बुधवार को विटामिन ए संपूरण अभियान शुरू हुआ, जिसके तहत नौ से पाँच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई जाएगी। यह अभियान 25 जनवरी तक चलेगा।  

इसी क्रम में अभियान का शुभारंभ पर्यावरण मंत्री के प्रतिनिधि अनिल कुमार सक्सेना एवं अपर निदेशक,  स्वास्थ्य डॉ पुष्पा पंत ने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,  सीबीगंज में बच्चे को विटामिन ए की दवा पिलाकर किया। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.  विश्राम सिंह, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रशांत रंजन, डा. मधु गुप्ता व अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विश्राम सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान नौ माह से पाँच वर्ष तक के 5.60 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक से  आच्छादित किया जाएगा। जिसमें पूरे जनपद की समस्त एएनएम सहयोग करेंगी। नौ से 12 माह के बच्चे को विटामिन-ए की एक एमएल (आधा चम्मच) की खुराक नियमित टीकाकरण सत्र के दौरान मीजल्स–रूबेला(एमआर) के प्रथम टीके के साथ दी जायेगी। 

16 से 24 माह के बच्चों को एमआर के दूसरे टीके के साथ और दो से 5 साल तक के बच्चों को छह-छह माह के अन्तराल पर विटामिन-ए सम्पूरण अभियान के दौरान विटामिन-ए की दो एमएल की खुराक दी जाएगी। दो खुराकों के बीच चार माह से ज्यादा का अन्तर होना चाहिए।
 
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रशांत रंजन ने बताया कि विटामिन ए रतौंधी जैसे नेत्र रोगों की रोकथाम, आँख की परत, कॉर्निया की सुरक्षा करने में कारगर है। बच्चों को विटामिन ए की दवा से आच्छादित करने पर डायरिया और खसरे से होने वाली मौतों में कमी आने के साथ ही बाल मृत्यु दर में भी कमी आयी है। यह  शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, कुपोषण से बचाता है और शारीरिक विकास में मदद करता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप जनपद की समस्त एएनएम को विटामिन-ए की बोतलों की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध करा दी गयी है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रशांत रंजन ने बताया कि जून माह में आयोजित विटामिन ए संपूरण अभियान अभियान में लक्ष्य के सापेक्ष 95 प्रतिशत बच्चों को विटामिन-ए की से आच्छादित कर जनपद  को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। उन्होंने बताया कि सभी आयोजित सत्रों की मॉनिटरिंग की जाती है।

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