रुद्रपुर: वन्यजीवों का शिकार करने वाले तीन गैंग के लिए बिछाई बिसात

रुद्रपुर, अमृत विचार। वाइड लाइफ अभियान के तहत कुमाऊं एसटीएफ ने दो सक्रिय गिरोह को पकड़ने के बाद अब कुमाऊं मंडल में सक्रिय तीन शिकारी गैंग की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है। इसके लिए एसटीएफ ने ठोस रणनीति बनाकर अपनी बिसात को बिछा दिया है। इसके बाद माना जा रहा है कि यदि एसटीएफ की बिछाया जाल सफल रहा तो शायद वन्यजीवों को जीवनदान मिल सकता है।
बताते चलें कि जुलाई 2023 को कुमाऊं की एसटीएफ ने देहरादून व धारचूला से वन्य जीवों का शिकार कर अंतरराष्ट्रीय बाजार में उनकी खालों की बिक्री करने वाले दो गिरोह का पर्दाफाश कर कई आरोपियों की गिरफ्तारी की थी। इसी गिरफ्तारी के दौरान जब एसटीएफ ने तफ्तीश शुरू की तो पाया कि दो गिरोह की धरपकड़ के बाद कुमाऊं मंडल में अभी भी तीन गिरोह काफी सक्रिय हैं। जो पर्वतीय इलाकों के जंगलों में जाकर वन्यजीवों की हत्या कर उसकी खाल या हड्डियों को नेटवर्क के माध्यम से सप्लाई करते हैं।
एसटीएफ को पुख्ता सबूत व जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ सीओ सुमित पांडेय के आदेश पर एक टीम का गठन कर दिया गया है। जिसका नेतृत्व एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह कर रहे हैं। एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार तीन गिरोह कुमाऊं के पिथौरागढ़, बागेश्वर व चंपावत के जंगलों में काफी सक्रिय देखे गए हैं।
जिनकी धरपकड़ के लिए टीम ने एक ठोस रणनीति भी बना डाली है। दो गिरोह को पकड़ने के बाद जितनी सक्रिय एसटीएफ की टीम हो गई है। उससे ज्यादा सजग शिकारी गैंग भी हो गया है। यही कारण है कि गैंग कोई गलती नहीं करना चाहता है और एसटीएफ शिकारी गैंग की गलती का इंतजार कर रहा है। ऐसे में शतरंज की बिसात की तरह कौन सफल होगा। यह आने वाला समय ही बताएगा।
कुमाऊं मंडल में तीन वन्यजीव शिकारी गिरोह का सुराग लगा है। इसके बाद एसटीएफ की एक टीम लगातार सुरागरसी के आधार पर कार्य कर रही है। तीनों गिरोह पर्वतीय इलाकों में सक्रिय देखे गए हैं। ठोस रणनीति बनाकर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत एसटीएफ एक बड़ी कार्रवाई करेगी और तीनों गिरोह का पर्दाफाश करेगी।
-सुमित पांडेय, सीओ एसटीएफ