प्रदेश में 1 करोड़ 20 लाख से अधिक ग्रामीण महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ीं

प्रदेश में 1 करोड़ 20 लाख से अधिक ग्रामीण महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ीं

लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के  नेतृत्व व निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिला स्वावलंबन व सशक्तीकरण के लिए बहुत ही ठोस व प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। समूहों  की विभिन्न गतिविधियों से महिलाओं के आजीविका संवर्धन के मार्ग लगातार प्रशस्त हो रहे हैं।

ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के सभी जनपदों के समस्त विकास खण्डों में ग्रामीण आजीविका मिशन  के अंतर्गत 1.20 करोड़ से अधिक ग्रामीण क्षेत्र के परिवार की महिलाओ को कुल 8.72 लाख स्वयं सहायता समूहों, 62886 ग्राम संगठनो एवं 3044 संकुल स्तरीय संघों से आच्छादित किया गया है।

 कुल 620678 स्वयं सहायता समूहों को रिवॉल्विंग फण्ड (931 करोड़ रुपये), 454324 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि ( 4997.57 करोड़ रुपये) के माध्यम से आच्छादित किया जा चुका है एवं 4.45 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को 4461 लाख रुपये का ऋण कम व्याज पर सुनिश्चित किया गया है। 

एक ग्राम पंचायत-एक बीसी सखी के अंतर्गत प्रदेश की सभी 57706 ग्राम पंचायतो में अभी तक 49860 बीसी सखी का प्रशिक्षण एवं प्रमाणीकरण किया जा चुका है, जिसमे से 37068 बीसी सखी द्वारा कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है |जिसके अंतर्गत बीसी सखी द्वारा अब तक लगभग 51.06 करोड़ का लाभांश अर्जित किया गया।

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