राज्यमंत्री मयंकेश्वर सिंह का बड़ा बयान, कहा - हम क्या डिप्टी सीएम भी चाहें तो डॉक्टर को नहीं दे सकते ज्यादा पैसा

लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश सरकार में चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने एसजीपीजीआई के डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा है कि सरकार जो आप लोगों को दे रही है, वह लगभग ना के बराबर है, लेकिन इससे ज्यादा पैसा हम आपको नहीं दे पाएंगे।
इतना ही नहीं राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने तो यहां तक कहा कि हम क्या डिप्टी सीएम भी चाहे तो यह काम नहीं कर सकते। क्योंकि भारत की नौकरशाही ऐसी है कि उसी में गोल-गोल घूमते रहेंगे। चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह जब यह बातें कह रहे थे,उस दौरान उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी मंच पर मौजूद थे।
दरअसल, राज्यमंत्री मायंकेश्वर शरण सिंह ने यह बात गुरुवार की शाम एसजीपीजीआई में आयोजित 40 वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान मंच से संबोधित करते हुए कही। राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने एसजीपीजीआई की उपलब्धियां को सुनने के बाद कहा की जो बेटा लायक होता है उसी से उम्मीद भी की जाती है। उन्होंने कहा कि एसजीपीजीआई में इस वर्ष 1 लाख 16 हज़ार मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। ऐसे में हमें एसजीपीजीआई से आशा है कि आने वाले समय में यह संख्या दोगुनी होगी।
राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह इस मौके पर एसजीपीजीआई के डॉक्टरों से और अधिक संख्या में मरीजों को इलाज देने की अपील कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि जो डॉक्टर कॉर्पोरेट अस्पताल में जाते हैं उन पर अस्पताल की आय बढ़ाने का दबाव बनाया जाता है।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि एक डॉक्टर साहब यहां से ही गए थे,एक बड़े कॉर्पोरेट अस्पताल में, वहां पर उन्हें लाखों का पैकेज मिल रहा था, उनसे अस्पताल में कहा गया कि अस्पताल की आय बढ़ाइए। जिसपर उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर का काम इलाज करना है ना कि अस्पताल की आय बढ़ाना।
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