शाहजहांपुर: शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति का विरोध दरकिनार कर पहुंचे 3880 टैबलेट्स

आज-कल में स्कूलों में पहुंचाए जा सकते हैं टैब, छात्रों की उपस्थिति भी इसी माध्यम से होगी

शाहजहांपुर: शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति का विरोध दरकिनार कर पहुंचे 3880 टैबलेट्स

शाहजहांपुर,अमृत विचार: महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग में उठाए जा रहे सुधारात्मक कदमों का भले ही परिषदीय शिक्षक संगठन पुरजोर विरोध कर रहे हों, लेकिन इस विरोध को नजरअंदाज करते हुए आनलाइन उपस्थिति के लिए टैबलेट्स भी उपलब्ध करा दिए गए हैं, जिनका वितरण आज-कल में हो सकता है।  

 व्यवस्थानुरूप इन्हीं टैब के माध्यम से शिक्षक-शिक्षिकाओं, विद्यार्थियों की प्रतिदिन दो टाइम आनलाइन उपस्थिति दर्ज करनी होगी, जो शिक्षकों को मंजूर नहीं है। संबंधित आदेश को जहां शिक्षक संगठन अव्यवहारिक बताकर विरोध जता रहे हैं, वहीं शासन स्तर से आदेश को अमलीजामा पहनाने की पूरी तैयारी की जा चुकी है और स्कूलों के लिए टैबलेट्स विभाग को सौप दिए गए हैं, जिसका

उद्देश्य उपस्थिति पंजिकाओं को डिजिटल बनाना है। जिले में लगभग 2720 स्कूलों के लिए कुल 3880 टैबलेट्स उपलब्ध कराए गए हैं। हालांकि महानिदेशक के आदेश के चौतरफा विरोध के चलते टैब स्कूलों तक पहुंचाना बड़ी चुनौती होगी।  कुछ शिक्षकों की स्कूल न जाने की जिद या यूं कहें कि मनमानी का खामियाजा बेसिक शिक्षा विभाग के सभी गुरुजनों को भुगतना पड़ रहा है।

हालत तो यहां तक खराब है कि आनलाइन उपस्थिति का स्पष्ट आदेश होने के बावजूद कुछ शिक्षक आज भी प्रतिदिन स्कूल जाने को तैयार नहीं हैं, इसकी हकीकत तब सामने आती है, जब बीएसए समेत अन्य अधिकारीगण निरीक्षण को निकलते हैं, तो उन्हें दो-चार स्कूल बंद मिल ही जाते हैं और तमाम स्कूलों में शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक गैरहाजिर पाए जाते हैं।

शिक्षकों की स्कूल न जाने की जिद को दूर करने के लिए ही संभवत: आनलाइन हाजिरी वह भी स्कूल खुलने और बंद होने पर यानि दो बार लगाने का फरमान जारी किया गया। आनलाइन उपस्थिति का विरोध चौतरफा हो रहा है। शिक्षक संगठनों का कहना है कि कोई भी शिक्षक आनलाइन हाजिरी नहीं भरेगा, वहीं विभाग की ओर से टैबलेट बांटे जाने की तैयारियां हो चुकी हैं।      

प्रतिदिन दो टाइम भरनी होगी उपस्थिति: निर्देश हैं कि डिजिटल उपस्थिति पंजिका यानि टैब में विद्यालय में कार्यरत समस्त अध्यापकों/कार्मिकों द्वारा प्रतिदिन अपनी उपस्थिति विद्यालय आगमन और प्रस्थान के समय अंकित की जाएगी। विभाग द्वारा टेबलेट उपलब्ध कराये जाने तक पंजिका में समस्त अध्यापकों/कार्मिकों द्वारा प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज कराए गए अपने मोबाईल नंबर से अपनी उपस्थिति प्रतिदिन अंकित की जाएगी। इसी तरह छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी फोटो सहित आनलाइन ली जाएगी, जो रोज अपडेट की जाएगी।

प्रवेश पंजिका में बच्चों के नामांकन के समय नाम, लिंग, जन्म तिथि, माता-पिता का विवरण, आधार संख्या आदि संपूर्ण विवरण दर्ज किया जाएगा। बच्चे का प्रेरणा पोर्टल पर नामांकन करने पर सिस्टम द्वारा एक यूनिक पहचान संख्या प्रदान की जायेगी, जिसे प्रधानाध्यापक द्वारा डिजिटल पंजिका में अंकित किया जाएगा। अंतिम कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद स्थानान्तरण प्रमाण पत्र निर्गमन अर्थात टीसी का विवरण भी डिजिटल प्रवेश पंजिका में अंकित किया जाएगा।

उपस्थिति भरने का समय निर्धारित: पहली अप्रैल से 30 सितंबर तक शिक्षकों के आगमन की उपस्थिति सुबह 7:45 से 8:00 बजे तक और प्रस्थान के समय अपराह्न 2:15 से 2:30 बजे तथा एक अक्टूबर से 31 मार्च तक आगमन उपस्थिति प्रातः 8:45 से 9:00 बजे तक प्रस्थान अपराह्न 3:15 से 3:30 बजे देनी होगी। मोबाइल/टैबलेट को जियोफेसिंग के माध्यम से पहचाना जाएगा तथा पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करते समय अध्यापक / प्रधानाध्यापक को विद्यालय परिसर में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। विद्यालय में कार्यरत समस्त शिक्षकों एवं स्टॉफ की उपस्थिति का ऑनलाइन प्रमाणीकरण प्रधानाध्यापक द्वारा किया जाएगा।

एमडीएम पंजिका भी होगी अपडेट: एमडीएम पंजिका में मिड डे मील की लाभार्थी संख्या, मेन्यू, खाद्यान्न, परिवर्तन लागत आदि का विवरण यथास्थान अंकित किया जाएगा। प्रतिदिन मध्याह्न भोजन के उपरान्त पंजिका अनिवार्य रूप से अद्यतन की जाएगी। एक अप्रैल से 30 सितम्बर तक एमडीएम पंजिका मध्याह्न 12 बजे तक तथा पहली अक्टूबर से 31 मार्च तक अपराह्न 1:30 बजे तक अनिवार्य रूप से अद्यतन की जाएगी।

12 पंजिकाओं का होगा डिजिटाइजेशन: बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित परिषदीय विद्यालयों के लिए 12 पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन कराने का निर्णय लिया गया है। टाइम एंड मोशन स्टडी के संबंध में निर्गत शासनादेश में उल्लिखित पंजिकाओं में से शिक्षक डायरी को छोड़कर पूर्व में समेकित की गई आय-व्ययक पंजिका एवं चेक इश्यू पंजिका सहित सभी 12 पंजिकाओं का रियल टाइम उपयोग करने के उद्देश्य से इन पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन किया जाना जरूरी माना गया है।

डिजिटाइजेशन की जाने वाली पंजिकाओं में उपस्थिति पंजिका, प्रवेश पंजिका, कक्षावार छात्र पंजिका, एमडीएम पंजिका, समेकित निशुल्क सामग्री वितरण पंजिका, स्टॉक पंजिका, आय-व्यय एवं चेक इश्यू पंजिका, बैठक पंजिका, निरीक्षण पंजिका, बाल गणना पंजिका और पुस्तकालय एवं खेलकूद पंजिका शामिल हैं।

शासन स्तर से जिले के परिषदीय स्कूलों के लिए 3880 टैबलेट्स उपलब्ध कराए गए हैं, जिनका वितरण एक-दो दिन में किया जा सकता है। जिन विद्यालयों में छात्र संख्या अधिक होगी वहां दो-दो और जहां छात्र नामांकन कम होगा वहां एक-एक टैब दिया जाएगा। कोशिश रहेगी कि सोमवार से पहले टैबलेट्स का वितरण करा दिया जाए।- रणवीर सिंह, बीएसए

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