बरेली: रुहेलखंड विश्वविद्यालय में गरजे तमाम कॉलेजों के शिक्षक, जारी परीक्षा कार्यक्रम का जताया विरोध
बरेली, अमृत विचार। रुहेलखंड विश्वविद्यालय की स्नातक विषम सेमेस्टर की परीक्षा का विरोध और तेज हो गया है। रुहेलखंड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (रूटा) के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शिक्षक विश्वविद्यालय पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। काफी देर के हंगामे के बाद शिक्षकों की कुलपति प्रो. केपी सिंह से मुलाकात हुई।
इसके बाद कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार को बुलाया और शिक्षकों की समस्या के समाधान के निर्देश दिए। शिक्षक 25 से 31 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश में परीक्षा न कराने की मांग कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक को कार्यक्रम में बदलाव के लिए कहा है।
विश्वविद्यालय ने स्नातक प्रथम, तृतीय और पंचम सेमेस्टर और स्नातक व परास्नातक व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के विषम सेमेस्टर की परीक्षा का कार्यक्रम 15 दिसंबर से 20 जनवरी घोषित किया है। इस दौरान मिड टर्म परीक्षा कराने के भी निर्देश दिए हैं। परीक्षा कार्यक्रम जारी होते ही शिक्षकों और छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया। शिक्षकों का कहना है कि रविवार और शीतकालीन अवकाश में परीक्षा रखी गई हैं। इस दौरान परीक्षा हुई तो शिक्षक असहयोग करेंगे।
रूटा के पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय को परीक्षा कार्यक्रम में बदलाव के लिए कहा था लेकिन जब बदलाव नहीं हुआ तो गुरुवार को शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया। रूटा के महामंत्री प्रो. स्वदेश सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में विरोध के बाद कुलपति से मुलाकात हुई। कुलपति ने उनकी मांगों पर गौर करते हुए परीक्षा नियंत्रक को कार्यक्रम में बदलाव के निर्देश दिए हैं। जल्द ही नया परीक्षा कार्यक्रम जारी किया जाएगा।
इस दौरान रुटा अध्यक्ष प्रो. मुकेश कुमार, गजेंद्र पाल सिंह, रुचि गुप्ता, अनीता सिंह, रवीश यादव, चारु दत्त आर्य, नीरजा अस्थाना, सविता उपाध्याय, अजीत प्रताप सिंह, विकास जैन, शुभ्रा कटारा, राजेंद्र सिंह, उमाचरण गंगवार, मधु शर्मा, पवन कुमार शर्मा, मो. आसिफ खान, सत्यम मिश्रा, एमएल मौर्य, आशीष गुप्ता, देवेंद्र कुमार, एमपी सिंह, शुभी भसीन, इंदु शर्मा, मुक्त मिश्रा आदि शिक्षक उपस्थित रहे।
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