लखनऊ : सिविल अस्पताल में भर्ती मरीज से डॉक्टर ने की अभद्रता, शिकायत वापस लेने का बनाया जा रहा दबाव

लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी स्थित डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में तैनात डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगा है। पहले एक डॉक्टर पर मरीज से पैसा लेकर इलाज करने का आरोप लगा। उसके बाद मामले की जांच कर रहे डॉक्टर पर मरीज से अभद्रता करने का आरोप लग रहा है। मरीज से अभद्रता के मामले में एक बार फिर अस्पताल प्रशासन से शिकायत हुई है। मरीज के बेटे का आरोप है कि जांच कर रहे डॉक्टर शिकायत वापस करने का दबाव बना रहे थे। मना करने पर अभद्रता पर उतर आये और उल्टा सीधा कहने लगे।
दरअसल, रीता सोनकर नाम की मरीज को गर्भाशय में गांठ थी। इलाज के लिए परिजनों ने सिविल अस्पताल में तैनात डॉक्टर को दिखाया था। आरोप है कि डॉक्टर ने इलाज के नाम पर पांच हजार रूपये की मांग की। रूपये देने के बाद सर्जरी की। इस पूरे मामले की मरीज ने बाद में शिकायत की। शिकायत के बाद अस्पताल प्रशासन ने इस मामले में जांच समिति का गठन कर दिया।
आरोप है कि जांच टीम इस मामले में शिकायत वापस लेने का मरीज पर दबाव बना रही है। मरीज ने जब शिकायत वापस लेने से मना किया तो उसके साथ अभद्रता की गई।
मरीज के बेटे शेखर सोनकर ने बताया कि अस्पताल के एक डॉक्टर शुक्रवार को वार्ड में भर्ती मेरी मां से एक कागज पर साइन करने का दबाव बना रहे थे, लेकिन मेरी मां ने कहा कि मै आपके कहने पर साइन नहीं करूंगी सुबह से मैने खाना नहीं खाया है। खाना खाने और पत्र को पढ़ने के बाद ही साइन करूंगी। यह बात सुनकर डॉ. भड़क गये और अभद्रता करने लगे। साथ ही यह भी कहा कि अभी अभद्रता देखी कहां हैं तुम लोगों ने। इस दौरान वहां मौजूद सिस्टर इंचार्ज से भी डॉक्टर ने अभद्रता की। बताया जा रहा है कि पूरा मामला अस्पताल की सीसीटीवी में कैद हुआ है।
इस पूरे मामले में अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा है कि डॉक्टर की तरफ से कोई अभद्रता नहीं की गई है। मरीज से हमारी बात हुई है। उनसे कहा गया है कि आप के ऊपर कोई दबाव नहीं है। आप जो भी लिखकर देना चाहें वह लिखकर दे सकते हैं।
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