मुरादाबाद : 40 लाख से अधिक की आबादी में नेक इंसान मिले सिर्फ दो

इंसानियत : जनपद में प्रचार- प्रसार के अभाव में दम तोड़ रही गुड सेमेरिटन योजना

मुरादाबाद : 40 लाख से अधिक की आबादी में नेक इंसान मिले सिर्फ दो

विष्णुदत्त पांडेय,अमृत विचार। हर वर्ष नवंबर में यातायात माह चलाया जाता है। इसमें यातायात पुलिसकर्मियों की ओर से यातायात नियमों के बारे में लोगों को बताया जाता है। वहीं प्रचार- प्रसार का अभाव में गुड सेमेरिटन (नेक इंसान) योजना दम तोड़ रही है। लाखों की संख्या में सिर्फ दो गुड सेमेरिटन यानि नेक इंसान मिले। योजना की जानकारी न होने के कारण लोग हादसे में घायल व्यक्ति को सड़क पर तड़पता देखकर भी बचकर निकल जाते हैं। जबकि अगर किसी घायल की जान बच जाती है तो उसे अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को नेक इंसान के तौर पुरस्कार दिया जाता है।

मुरादाबाद जनपद में 40 लाख से अधिक लोग निवास करते है। वर्ष 2022 में सिर्फ दो लोग नेक इंसान मिले थे। सिरसी भुडा के घनश्याम ने तीन दिसंबर 2022 को बिलारी सिरसी रोड पर सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तत्काल सीएचसी बिलारी में भर्ती कराया था। बिलारी के स्योडारा निवासी राजाबाज ने दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई थी। यह नेक इंसान के तौर पर पुरस्कार पा चुके है। हालांकि अभी नकद पुरस्कार नहीं मिला है।

वर्ष 2014 से शुरू हुई योजना  
सड़क हादसों में होने वाली मौतों को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद वर्ष 2014 में गुड सेमेरिटन यानि नेक इंसान योजना को शुरू किया था। योजना के अंतर्गत तय हुआ कि ऐसा व्यक्ति जो सड़क पर तड़पते व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराएगा, उसे गुड सेमेरिटन यानि नेक इंसान के पुरस्कार से नवाजा जाएगा। योजना में पांच हजार रुपये (उत्तर प्रदेश में दो हजार) नकद इनाम और प्रमाण पत्र की व्यवस्था की गई थी।

गोल्डेन ऑवर में पहुंचाना होता है अस्पताल 
दुर्घटना के बाद एक घंटे के अंदर जिला अस्पताल में पहुंचाना होता है। चिकित्सक कहता है कि समय से लाने से व्यक्ति की जान बच गई है।

ऐसे होता है का चयन
घायल को अस्पताल पहुंचाने की सूचना पुलिस को दी जाएगी। इसके बाद डीएम की अध्यक्षता में गठित मूल्यांकन समिति नेक इंसान को पुरस्कृत करने के लिए चुनेगी। मूल्यांकन समिति चयनित नामों की सूची परिवहन आयुक्त को भेजेगी। परिवहन विभाग नेक इंसान के बैंक अकाउंट में पुरस्कार की राशि भेजेगा। इस कमेटी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी शामिल होते हैं।

जिलाधिकारी के हाथो फरवरी 2023 में गुड सेमेरिटन (नेक इंसान) के तौर पर गणेश भगवान की मूर्ति देकर पुरस्कार मिला था। पांच हजार रुपये अभी नहीं मिले है। घायलों लोगों को अस्पताल पहुंचाना चाहिए।-घनश्याम, सिरसी भुडा 

मानवता से बढ़कर कुछ नहीं है। रात का समय था दुर्घटना से घायल व्यक्ति सड़क किनारे दर्द कराह रहा था। उसके सिर से खून बह रहा है। राहगीर जा रहे थे। मैंने उसको तत्काल अस्पताल पहुंचाया। घायल व्यक्ति आज भी जिंदा है। -राजाबाज, स्योडारा बिलारी

 

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