रुद्रपुर: वर्ष 2020-21 में रही सबसे अधिक 10.76 प्रतिशत चीनी की रिकवरी

बीरेन्द्र बिष्ट, अमृत विचार, रुद्रपुर। ऊधमसिंह नगर जनपद में संचालित चार चीनी मिलों में विगत दो वर्षों की तुलना में वर्ष 2020-21 में चीनी की औसत रिकवरी का प्रतिशत अधिक रहा। इस वर्ष चीनी की औसत रिकवरी 10.76 प्रतिशत रही। जबकि वर्ष 2021-22 में चीनी की औसत रिकवरी मात्र 9.69 प्रतिशत और वर्ष 2022-23 में चीनी की औसत रिकवरी 10.20 रही। विगत वर्ष चीनी के रिकवरी को देखते हुए गन्ना विकास विभाग को इस वर्ष चीनी का रिकवरी प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
दरअसल, वर्ष 2020-21 में नादेही, बाजपुर, सितारगंज और किच्छा चीनी मिलों से गन्ने की डिमांड 9979712.74 कुंतल की आयी थी। इसके सापेक्ष चीनी का उत्पादन 1070761 कुंतल रहा, जबकि चीनी की औसत रिकवरी 10.76 प्रतिशत रही थी। इस दौरान चीनी मिलों में ब्रेक डाउन कम रहने से चीनी का रिकवरी प्रतिशत अधिक रहा। वहीं वर्ष 2021-22 में मिलों से गन्ने की डिमांड 11521112.95 कुंतल आयी थी, जबकि चीनी का उत्पादन 1135530 कुंतल रहा और औसत रिकवरी 9.69 प्रतिशत रही। कारण इस वर्ष चीनी मिलों में करीब 304 घंटे का ब्रेक डाउन रहा। इस कारण चीनी का रिकवरी प्रतिशत कम रही।
वर्ष 2022-23 में सभी चीनी मिलों से गन्ने की डिमांड 13434215 कुंतल की आयी, जबकि चीनी का उत्पादन 1371110 कुंतल और चीनी की औसत रिकवरी 10.20 प्रतिशत रही। विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष चारों चीनी मिलों में औसत रिकवरी में वृद्धि हुई। इसका कारण मिलों में ब्रेक डाउन कम हुआ। गन्ना विकास विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस पेराई सत्र में चीनी मिलों में करीब एक करोड़ 60 लाख कुंतल की डिमांड आयी है। अगर चीनी मिलों में ब्रेक डाउन कम रहा था तो इस बार चीनी का रिकवरी प्रतिशत बढ़ सकता है।
कब कितना रहा चीनी का रिकवरी प्रतिशत
चीनी मिल 2020-21 2021-22 2022-23
नादेही (जसपुर) 10.95 10.50 10.80
बाजपुर 10.60
सितारगंज - 08.34 09.50
किच्छा 10.73
कोट-
इस बार जनपद की चारों चीनी मिलों से करीब एक करोड़ 60 लाख कुंतल गन्ने की डिमांड आयी है। जो विगत वर्षों की तुलना में अधिक है। अगर चीनी मिलों में ब्रेक डाउन नहीं हुआ तो इस बार पूर्व के वर्षों की तुलना में चीनी का रिकवरी प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
-कपिल मोहन, सहायक गन्ना आयुक्त, ऊधमसिंह नगर