चित्रकूट: नदी में गोवंशों को धकेलने का वीडियो वायरल, मचा हड़कंप, जांच के आदेश जारी
चित्रकूट। विकास खंड की ग्राम पंचायत सुहेल में यमुना नदी में कई जीवित गोवंशों को इस पार से उस पार कराने का वीडियो वायरल है। इसमें दिखाई दे रहा है कि कई ग्रामीण गोवंशों को खदेड़कर नदी में कर रहे हैं। हालांकि 'अमृत विचार' इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
गुरुवार को अधिकारी भी इस मामले की पड़ताल करने गांव पहुंचे। दो-तीन दिन से क्षेत्र में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसे सुहेल गांव का बताया जा रहा है। इसमें कई ग्रामीण गोवंशों को नदी की ओर खदेड़ते नजर आ रहे हैं।
हालांकि इसे लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं। कुछ लोग जहां इसे पुराना बता रहे हैं तो अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं। कई इसे फर्जी व झूठा बता रहे हैं। गुरुवार को खंड विकास अधिकारी रामनगर शैलेंद्र सिंह, सचिव परिवर्तन प्रताप सिंह व पशु चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र ओझा इसकी सत्यता जांचने सुहेल स्थित गोशाला पहुंचे।
बदनाम करने की साजिश
इस संबंध में ग्राम प्रधान अरविंद यादव का कहना था कि गौशाला का संचालन एक एनजीओ कर रही है जो रामनगर व बसिंघा ग्राम पंचायतों की गौशालाओं का भी संचालन करती है। प्रधान का कहना था, यह वीडियो मुझे बदनाम करने की साजिश है।
सभी गोवंश संरक्षित; पशु चिकित्साधिकारी
पशु चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र ओझा ने बताया कि सुहेल में सभी 55 गोवंश गौशाला में संरक्षित हैं और भरण पोषण के लिए मिलने वाली अगस्त तक की धनराशि ग्राम पंचायत को आहरित की जा चुकी है।
वीडियो में यहां के मवेशी नहीं-सचिव
सचिव परिवर्तन प्रताप सिंह ने कहा कि गौशाला में विगत वर्ष भी 55 मवेशी थे और आज भी इतने ही हैं। वायरल वीडियो के गोवंश हमारे यहां के नहीं हैं।
एडीओ बोले, मामला गंभीर
एडीओ पंचायत भूपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि मामला गंभीर है। बेजुबान जानवरों को पानी में तैराना मानवीय संवेदनाओं के लिहाज से ही उचित नहीं है। जांच के आदेश जारी किए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह सकते हैं।
बीडीओ ने बताया कि मामले की जानकारी प्राप्त होते ही गांव पहुंचकर जानकारी ली। बताया कि लोगों ने बताया कि यमुना नदी के उस पार कौशांबी जनपद के गांव डेढ़ावल कटरी के मवेशी भी यहां आ जाते हैं। संभव है कि उनको ग्रामीणों ने भगाया हो।
जांच कराई जा रही: डीपीआरओ
सुहेल गांव में यमुना नदी में लोगों द्वारा गोवंशों को धकेलने के मामले में जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र ने जांच कराने की बात कही है। बताया कि वीडियो की जांच कराई जा रही है। अगर वीडियो यहां का पाया गया तो जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे, वे बख्शे नहीं जाएंगे।