Kanpur Kushagra Murder: आरोपी प्रभात बोला- रचिता-कुशाग्र जाते थे मोतीझील, इसलिए ठान लिया था…
कानपुर में कपड़ा कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या।
कानपुर में कपड़ा कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद 30 लाख रुपये की फिरौती नहीं मिलने पर हत्या कर दी गई। हत्या करने वाली उसकी ट्यूशन टीचर, उसका प्रेमी और प्रेमी का दोस्त ही निकला।
कानपुर, अमृत विचार। कुशाग्र अपहरण और हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी प्रभात ने पुलिस को बताया था कि कुशाग्र और रचिता दोनों मोतीझील टहलने जाते थे, जो उससे कतई अच्छा नहीं लगता था। इस कारण उसने धीरे-धीरे कुशाग्र को रास्ते से हटाने की साजिश बुनना शुरू कर दिया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रभात ने पुलिस को बताया था कि रचिता और कुशाग्र मोतीझील टहलने जाते थे। दोनों की बढ़ती नजदीकियां देख उसने फैसला किया कि वह कुशाग्र की हत्या कर देगा और फिरौती भी वसूल करेगा। अब कॉल डिटेल ने भी दोनों के संबंधों को साफ कर दिया है।
माना जा रहा है कि घर बसाने के लिए पैसों का इंतजाम करने की मजबूरी बताकर प्रभात ने रचिता को योजना में शामिल किया होगा। उसने फिरौती वाले पत्र में अल्लाह-ओ-अकबर लिखकर पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की।
उठ रहे सवाल
अगर प्रभात का उद्देश्य सिर्फ फिरौती वसूलने का था तो कमरे में जाते ही प्रभात ने कुशाग्र की हत्या क्यों कर दी। फिरौती मांगने से पहले हर अपराधी अपहृत की आवाज या वीडियो रिकॉर्ड करता है ताकि परिजनों को दिखा सके। सीसी कैमरे से मिले वीडियो में साफ है कि प्रभात के घर कुशाग्र बेधड़क जा रहा है। वह घर के अंदर न जाकर उसी कमरे में गया। ऐसा लग रहा है कि वह पूर्व में भी यहां आ चुका था।
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