फसल सुधार के लिए ऊतक संवर्धन है सबसे कुशल तकनीक: कुलपति

कुमारगंज, अयोध्या। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय में उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय की ओर से फलों की फसलों में पादप ऊतक संवर्धन एवं आण्विक मार्कर तकनीकी विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला गुरुवार को शुरू की गई। कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने किया।
कुलपति ने कहा कि फसल सुधार के लिए ऊतक संवर्धन को सबसे कुशल तकनीक माना जाता है। पादप ऊतक संवर्धन का उपयोग किसी पौधे के आनुवांशिक संशोधन या उसकी उपज बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। अधिष्ठाता डॉ. संजय पाठक ने बताया कि ऊतक के छोटे टुकड़े का उयोग एक सतत प्रक्रिया में सैकड़ों और हजारों पौधों का उत्पादन करने के लिए किया जा सकता है। कार्यक्रम का आयोजन नाहेप के वित्तीय सहयोग से किया गया। कार्यशाला का संयोजन डॉ. कुलदीप पांडेय व डॉ. जगवीर सिंह ने किया। इस मौके पर समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: KGMU: कर्मचारी जितने दिन लगाएंगे अंगूठा उतने दिन का मिलेगा वेतन, एचआर के फरमान पर जानिए क्या बोलीं कुलसचिव