देहरादून: धरा गया इंटरनेशनल ठग, चीन के ग्राहकों के लिए खोले बैंक खाते

देहरादून: धरा गया इंटरनेशनल ठग, चीन के ग्राहकों के लिए खोले बैंक खाते

देहरादून, अमृत विचार। साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिए अपराध के नये-नये तरीके अपना रहे हैं। अब ऑनलाइन जॉब/वर्क फ्रॉम होम के नाम पर करीब 21 करोड़ रुपये की ठगी का एसटीएफ उत्तराखंड और साइबर थाना पुलिस ने खुलासा किया है। हरियाणा निवासी इस ठग के तार चीन से जुड़े हैं।

वह चीन के ग्राहकों के लिए बैंक खाते खोलता था, जिनका कई वित्तीय अपराधों में प्रयोग किया जाता था। देश भर में दर्ज 855 मामलों में पंजीकृत 37 मुकदमों में अभियुक्त की तलाश थी।

 एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर दर्ज शिकायत में शिकायतकर्ता ने बताया कि वह ऑनलाइन जॉब की तलाश में था। एक अज्ञात मोबाइल नंबर से आए व्हाट्स एप मैसेज में उसे मैरियट बॉनवॉय होटल ग्रुप के लिए वर्क फ्रॉम होम का ऑफर मिला।

उसे सोनिया नाम की महिला ने रजिस्ट्रेशन कर ग्रुप से जोड़ा और उसे टास्क देकर धोखाधड़ी करते हुए करीब 20 करोड़ रुपये हड़प लिए गए, जिसकी रिपोर्ट थाना साइबर क्राइम देहरादून पर दर्ज की गई। गहन जांच के बाद एसटीएफ ने इस रैकेट के मुख्य सरगना रुषभ शर्मा (27) पुत्र राजेश शर्मा निवासी सेक्टर 9 गुरुग्राम, हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर विजय भारती की विवेचना में सामने आया कि अभियुक्त जिन बैंक खातों का संचालन कर रहा था, उनमें राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर 85 शिकायतों के साथ 21 करोड़ से अधिक के लेनदेन पर सवाल उठाए गए। 

क्रिप्टो खरीद, फर्जी निवेश मॉडल में प्रयोग हुए बैंक खाते
देहरादून। एसटीएफ के अनुसार, अभियुक्त ने बताया कि उसने व उसके सहयोगियों ने चीन के ग्राहकों के लिए डमी बैंक खाते खोले। यह खाते गुजरात (सूरत, बड़ौदा), दिल्ली एनसीआर (गुड़गांव, नोएडा) और पंजाब (लुधियाना) में खोले जाते हैं। फर्जी जीएसटी और आयात-निर्यात पंजीकरण संख्या के बाद बैंक खाते खोले जाते हैं।

भारी कमीशन का भुगतान चीनी क्लाइंट्स द्वारा किया जाता है। उसने खुद चीन के एक ग्राहक को अपने दो खातों को 2 दिनों तक संचालित करने देने के लिए 4.78 लाख रुपये लिए थे। ये सभी चालू खाते हैं जहां खाता खोलने के लिए लोगों के पैन कार्ड का उपयोग किया जाता है जबकि आधार कार्ड एसएमएस अलर्ट खरीद के लिए उपयोग किया जाता है।

नेट बैंकिंग क्रेडेंशियल्स विदेशी ग्राहकों को दिए जाते हैं जो क्रिप्टो खरीद के लिए पैसे का उपयोग करते हैं और मनी ट्रेल मिटा दिया जाता है। बाद में इन बैंक खातों का इस्तेमाल वे विभिन्न फर्जी निवेश मॉडल में पैसा लेने के लिए करते हैं। अब कृषि फर्मों, सोसायटी के नाम पर खाते खोले जा रहे हैं क्योंकि इससे रडार या स्क्रूटनी से बचने में आसानी होती है। 

इन राज्यों में दर्ज हुए अभियोग
इन अभियुक्तो की गहनता से जांच करने पर इनसे प्राप्त मोबाइल नंबर और बैंक खातों आदि का विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि देश भर में  855 मामलों में 37 मुकदमें पंजीकृत किए गए हैं। अभियुक्तों के खिलाफ तेलंगाना में 12, दिल्ली 9, उत्तर प्रदेश 4, छत्तीसगढ़ 3, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, और कर्नाटक में 2-2 अभियोग, चंडीगढ़ में 1 अभियोग दर्ज हुआ। इसी तरह अभियोग और शिकायतों में राज्यवार कुल साइबर आपराधिक लिंक- उत्तर प्रदेश 187, राजस्थान 97, महाराष्ट्र 88, दिल्ली 70, तेलंगाना 55, बिहार 51, हरियाणा 47 आदि जुड़े।

अपराध का यह तरीका
अभियुक्तों द्वारा वर्क फॉर्म होम के काम में रुचि रखने वाले व्यक्तियों को फर्जी होटल की साइट तैयार कर टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ कर  होटल की ऑनलाइन बुकिंग का टास्क देकर कमीशन का लाभ कमाने का लालच दिया जाता है, जिस पर पहले तो कमीशन के रूप में कुछ धनराशि दी जाती है, किन्तु जब जनता को विश्वास हो जाता है कि इस प्रकार काम करके उनको घर बैठे ही काम करने के लिये अच्छा कमीशन दिया जा रहा है, तत्पश्चात जनता को विश्वास में लेकर उनसे मोटी रकम को हड़प लिया जाता है