हल्द्वानी: नैब : दिव्यांगों के दान पर सफेदपोशों की नजर

हल्द्वानी, अमृत विचार। श्याम सिंह धानक पर लगे दुष्कर्म के आरोपों के बाद नैब को मिलने वाले दान का भी खुलासा हुआ और जब ये खुलासा हुआ कि नैब पर देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों से बेसुमार चंदा मिलता है तो लोगों की गिद्ध दृष्टि नैब पर पड़ गई। अब समिति में जगह पाने के लिए कई सफेदपोश नजर गड़ाए बैठे हैं। कोई जुगाड़ की राजनीति कर रहा है तो कोई दबाव बनाकर समिति में जगह बनाने की कोशिश में है।
श्याम सिंह धानक नैब के न सिर्फ संचालक बल्कि समिति के अजीवन महासचिव भी हैं। हालांकि वह हल्द्वानी उप कारागार में बंद है। श्याम पर नैब की एक दृष्टिबाधित नाबालिग छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया था।
जिसके बाद श्याम के खिलाफ धारा 376 और पॉस्को सहित कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर काठगोदाम पुलिस ने 12 अक्टूबर को श्याम सिंह धानक को गिरफ्तार कर लिया था। मामला तब और पेचीदा हो गया जब पुलिस को दी पीड़िता की तहरीर में लिखे दो और नामों ने भी गलत हरकत की पुष्टि कर दी।
हालांकि इन सबके बावजूद और प्रशासन के दबाव पर भी मौजूदा समिति के पदाधिकारी न तो धानक को पद से हटाने पर राजी हुए और न ही यह मानने को तैयार हुए कि धानक ने कोई गलत काम किया है, लेकिन धानक के जेल जाने से नैब की व्यवस्थाएं डगमगाने लगीं। साथ ही यह भी साफ हो गया कि 12 सदस्यीय समिति में ज्यादातर लोग चलने-फिरने को भी मोहताज हैं।
जिसके बाद समिति का नए सिरे से गठन का फैसला लिया गया। इस फैसले की खबर सफेदपोश और पहुंच वालों तक पहुंची तो नैब पर कब्जे की कोशिशें होने लगीं। अब देखना यह होगा कि 29 अक्टूबर को गठित होने वाली समिति में सफेदपोश और पहुंच वाले नजर आते हैं या फिर काम करने वाले।
समिति में तमाम लोग ऐसे हैं, जो अब काम करने और चरने-फिरने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में श्याम सिंह धानक के स्थान पर प्रभारी महासचिव की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा अन्य पदों पर भी पदाधिकारियों का चयन किया जाएगा। दबाव किसी का नहीं चलेगा। उन्हीं लोगों को पद दिए जाएंगे जो नैब के हित में काम करेंगे।
सविता लाहोटी, अध्यक्ष नैब
12 सदस्यीय समिति में भरे जाएंगे 8 पद
हल्द्वानी : नैब की अध्यक्ष सविता लाहोटी ने बताया कि नैब को 12 सदस्यीय समिति संचालित है और सभी पदाधिकारी समिति के अजीवन सदस्य हैं। अभी समिति में सिर्फ चार लोग हैं जो दौड़-भाग कर सकते हैं। जबकि अन्य लोगों की उम्र अधिक हो चुकी है और कुछ तो ऐसे हैं जो चलने-फिरने लायक भी नहीं हैं। ऐसे में काम करने लायक बचे चार लोगों के अलावा अन्य आठ पदों पर नामांकन किए जाएंगे।
अधर में जांच, चौथी पीड़िता भी लापता
हल्द्वानी : मामले की जांच कर रही महिला अधिकारी छुट्टी पर गईं और जब से वो छुट्टी पर हैं तब से मामले की जांच लटकी पड़ी है। ऐसे में उस चौथी लड़की का पता भी नहीं चल पा रहा, जिसे अन्य दो पीड़िताओं ने पीड़ित बताया था। बताया जाता है कि ये चौथी छात्रा भी नैब की है, लेकिन अब वो पासआउट होकर जा चुकी है। पुलिस को यहां तक की कहानी तो पता है, लेकिन इसके बाद जांच रुकी हुई है।