भीमताल: नौकुचियाताल में प्रस्तावित हेलीपैड की बाधाएं दूर

भीमताल: नौकुचियाताल में प्रस्तावित हेलीपैड की बाधाएं दूर

राकेश सनवाल, भीमताल, अमृत विचार। भीमताल के समीप नौकुचियाताल में शासन के द्वारा प्रस्तावित हेलीपैड निर्माण की सारी बाधांए दूर हो गई हैं। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो एक वर्ष के भीतर भीमताल के समीप नौकुचियाताल में हेलीकॉप्टर उतर सकेंगे। मालूम हो कि नौकुचियाताल में क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत 85 लाख 55 हजार रुपये लागत का 900 स्क्वायर मीटर का एक हेलीपैड निर्मित होना प्रस्तावित है।

इसके लिए शासन ने 85 लाख 55 हजार की धनराशि स्वीकृत की हुई है। लोक निर्माण विभाग ने इसकी निविदा भी कर ली है। पर जहां निर्माण प्रस्तावित हुआ था तो वन विभाग को लेकर आपत्ति दर्ज हो गई थी। समस्या के समाधान के लिए प्रशासन और अन्य विभाग की संयुक्त टीम का सर्वे प्रस्तावित था।

विभागीय सूत्रों के मुताबिक प्रशासनिक विभाग राजस्व विभाग समेत अन्य विभागों की एक संयुक्त टीम को क्षेत्र का सर्वे रिपोर्ट देने को कहा था। सर्वे करा लिया गया है। वहीं वन विभाग की टीम ने भी अपनी आपत्ति को लेकर क्षेत्र का निरीक्षण किया था, इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही। मालूम हो कि नौकुचियाताल क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य अनिल चनौतिया ने मुख्यमंत्री व स्थानीय स्तर पर कुमाऊं आयुक्त को ज्ञापन देकर पूर्व में बने एक हेलीपैड स्थल को पुन: प्रयोग में लाने का सुझाव दिया था, जिसके तहत शासन ने यह धनराशि स्वीकृत की थी।

मालूम हो कि भीमताल और आसपास के क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेलीपैड योजना कारगर सिद्ध होगी। इस योजना के तहत हेलीपैड स्थल तक जाने वाले संपर्क मार्ग जिसकी लंबाई लगभग 400 मीटर है, उसका भी निर्माण होना है। 


1980 के दशक में नौकुचियाताल से हेलीकॉप्टर पानी उठाकर अग्नि को बुझाते थे
1980 के दशक में नौकुचियाताल से हेलीकॉप्टर पानी उठाकर अग्नि को बुझाते थे। स्थानीय निवासियों ने अवगत कराया कि 1980 में वन विभाग की एक योजना के तहत वर्तमान में प्रस्तावित हेलीपेड स्थल में पूर्व में भी हेलीपैड था, जहां पर वन विभाग के दो हेलीकॉप्टर नियमित रूप से नौकुचियाताल झील से पानी उठाकर जंगलों में लगी आग को बुझाते थे। वर्तमान में यह स्थल पूर्ण रूप से टूट चुका है।