छत्तीसगढ़ चुनाव: निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करूंगा- कांग्रेस विधायक नाग
सकांकेर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायक अनूप नाग ने बुधवार को कहा कि वह अपने अंतागढ़ निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। नाग को कांग्रेस ने अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया है। कांग्रेस ने रविवार को जारी 30 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची में नाग सहित आठ मौजूदा विधायकों को टिकट देने से इनकार कर दिया है।
नाग ने 2018 के विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित अंतागढ़ सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी विक्रम उसेंडी को 13,414 मतों से हराया था। राज्य में सत्तारूढ़ दल ने इस बार अंतागढ़ सीट से रूप सिंह पोटाई को चुनाव मैदान में उतारा है।
वहीं भाजपा ने राज्य के पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद विक्रम उसेंडी को इस सीट पर फिर से उम्मीदवार बनाया है। नामांकन फार्म खरीदने के बाद नाग ने संवाददाताओं से कहा, ''मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन फार्म खरीदा है और इसे नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन 20 अक्टूबर को जमा करूंगा।
’’ अंतागढ़ उन 20 सीट में से एक है जहां सात नवंबर को पहले चरण में मतदान होगा। शेष 70 सीट पर 17 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होगा। मतगणना तीन दिसंबर को होगी। नाग ने कहा, ‘‘मेरे निर्वाचन क्षेत्र के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों के लोग भी मुझे टिकट नहीं देने के पार्टी के फैसले से दुखी हैं।
पिछले पांच वर्षों से, यहां तक कि कोविड महामारी के दौरान भी मैंने क्षेत्र में काम किया लेकिन उसके बावजूद ऐसा निर्णय लिया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पार्टी से उम्मीद थी कि लोगों की सेवा करने का एक और मौका मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
’’ राज्य पुलिस से सेवानिवृत्त होने के बाद राजनीति में आए नाग ने पार्टी उम्मीदवार पोटाई पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह आश्चर्य की बात है कि वह व्यक्ति जो भाजपा का सक्रिय सदस्य था और पिछले चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुआ, उसे पार्टी ने टिकट दिया है।
’’ उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के ‘संकल्प शिविर’ में कहा गया था कि जो लोग दूसरी पार्टियां छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं, उन्हें टिकट नहीं दिया जाएगा लेकिन अंतागढ़ में इसका पालन नहीं किया गया। नाग ने कहा, ‘‘वह (पोटाई) अपने गांव में पंचायत चुनाव भी हार गए थे।
लोग देख रहे हैं और चुनाव के बाद ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ हो जायेगा।’’ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को कांकेर, भानुप्रतापपुर और अंतागढ़ सीट से पार्टी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान मौजूद रहने के लिए कांकेर में हैं।
कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 90 सदस्यीय विधानसभा में 68 सीट जीतकर सरकार बनाई थी। भाजपा 15 सीट पर सिमट गई थी। राज्य में जेसीसी (जे) और बसपा को क्रमशः पांच और दो सीट मिली थी। कांग्रेस के मौजूदा विधायकों की संख्या 71 है।
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