कासगंज: छत्तीसगढ़ में पत्रकार की निर्मम हत्या से आक्रोश, सख्त कानून बनाने की मांग
कासगंज, अमृत विचार। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुई पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या को लेकर जिले भर के पत्रकारों में आक्रोश है। मंगलवार को प्रेस क्लब के तत्वाधान में दर्जनों पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट पर पहुंच कर प्रदर्शन किया। डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मृतक पत्रकार के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता राशि और पत्रकार सुरक्षा कानून बनाए जाने की मांग की है। साथ ही कासगंज के पत्रकार गजेंद्र चौहान के निधन होने पर पत्रकारों ने परिजनों आर्थिक सहायता करने की गुहार लगाई।
प्रेस क्लब कासगंज के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में दर्जनों पत्रकार कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी मेधा रूपम को सौपा। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में भ्रष्टाचार की खबर प्रसारित करने पर दबंग ठेकेदारों ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या कर दी। उनके शव को टैंक के अंदर दबा दिया। इस घटना ने पत्रकार जगह को झकझोर कर दिया है। उन्होंने इस घटना को लेकर राष्ट्रपति से मांग करते हुए कहा है कि मृतक पत्रकार के परिजनों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाए। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून का गठन किया जाए। पत्रकार को शहीद का दर्जा, छत्तीसगढ सरकार से हत्यारों को सख्त से सख्त सजा दे, ताकि इस तरह की घटना की कोई पुनरावृति नहीं हो सके। साथ ही कासगंज के वरिष्ठ पत्रकार गजेंद्र चौहान के निधन पर पत्रकारों ने परिवार के लिए आर्थिक मदद करने की गुहार लगाई। डीएम ने पत्रकारों के ज्ञापन को उचित माध्यम से राष्ट्रपति तक पहुंचाने का आश्वान दिया है। इस मौके पर सरवन हुसैन, गुडडू यादव, शकील अंसारी, गौरव गुप्ता, गंजडुंडवारा, अतुल केसरी,अजय यादव, जसवीर माथुर, अतुल यादव सोरों, मुनीष अहमद, अनुज गुप्ता, मोरध्वज, राशिद वसीम कुरैशी, अमन यादव, देवेंद्र सिंह, पुष्पेंद्र यादव सहित बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।
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