इमरान मसूद की कांग्रेस में 'घर वापसी', बोले- 'कब्र में जाने तक' पार्टी में बने रहेंगे
नई दिल्ली। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख मुस्लिम नेताओं में शुमार पूर्व विधायक इमरान मसूद शनिवार को एक फिर कांग्रेस में शामिल हो गए, जिसे पार्टी ने उनकी 'घर वापसी' करार दिया। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा, वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला और उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय की मौजूदगी में इमरान मसूद ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मसूद ने कांग्रेस में औपचारिक रूप से शामिल होने से पहले पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। राजीव शुक्ला ने मसूद का कांग्रेस में स्वागत करते हुए कहा कि यह उनकी 'घर वापसी' है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे जी, जननायक श्री राहुल गांधी जी व दीदी प्रियंका गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी इस तानाशाह सत्ता के विरुद्ध अनवरत संघर्ष कर रही है।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 7, 2023
इस संघर्ष में कदम मिलाने के लिए आज कांग्रेस मुख्यालय, दिल्ली में संगठन महासचिव @kcvenugopalmp जी के… pic.twitter.com/AeV6Hd7Uag
उनका यह भी कहना था, "हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक के बाद हम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान भी जीतने जा रहे हैं। पूरे देश में माहौल बदल रहा है, उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी मजबूत हो रही है। हम सभी एकजुट होकर काम करेंगे।" मसूद ने संवादाताओं से कहा, "राहुल गांधी जी की 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद पूरे देश में परिवर्तन का माहौल बना है। इसका असर हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक के चुनाव में दिखाई दिया। आज कांग्रेस में शामिल होने पर मैं हृदय की गहराई से धन्यवाद करता हूं।"
उन्होंने कहा कि वह अब 'कब्र में जाने तक' कांग्रेस में बने रहेंगे। मसूद का कहना था कि कांग्रेस छोड़ने को लेकर वह शर्मिंदा हैं और प्रियंका गांधी वाद्रा से मुलाकात होने पर उनसे माफ़ी मांगेंगे क्योंकि उन्होंने कांग्रेस महासचिव का विश्वास तोड़ा था। मसूद द्वारा वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पद के लिए भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन उम्मीदवार (अब प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी के बारे में विवादित टिप्पणी किये जाने के बारे में पूछे जाने पर खेड़ा ने कहा, ‘‘जुबान फिसलने के कारण लोगों को बदनाम कर दिया जाता है, लेकिन देश उन लोगों से त्रस्त है जो सत्ता में बैठे हुए हैं और उनकी नीयत फिसली हुई है।’’
मसूद को गत 29 अगस्त को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित कर दिया गया था। पूर्व केन्द्रीय मंत्री रशीद मसूद के भतीजे और सहारनपुर की तत्कालीन मुजफ्फ्फराबाद (अब बेहट) सीट से विधायक रहे इमरान मसूद का नाम पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अहम मुस्लिम नेताओं में शुमार किया जाता है। वह 2014 और 2019 में सहारनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। उन्हें मार्च 2014 में नरेन्द्र मोदी के बारे में कथित तौर पर विवादित बयान देने पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इमरान मसूद उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जनवरी 2022 में कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गये थे। विधानसभा चुनाव के बाद सितंबर 2022 में उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया था।
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