अयोध्या: फिल्मी कलाकारों की रामलीला नहीं देख पाएंगे दर्शक

अयोध्या, अमृत विचार। सुप्रीम फैसले के बाद श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य एवं दिव्य राम मंदिर निर्माण की कवायद जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन संपन्न हो चुका है। पहले अयोध्या विवाद को लेकर चर्चा के केंद्र में रहे अयोध्या अब मंदिर निर्माण को लेकर सनातन धर्मावलंबियों …
अयोध्या, अमृत विचार। सुप्रीम फैसले के बाद श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य एवं दिव्य राम मंदिर निर्माण की कवायद जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन संपन्न हो चुका है। पहले अयोध्या विवाद को लेकर चर्चा के केंद्र में रहे अयोध्या अब मंदिर निर्माण को लेकर सनातन धर्मावलंबियों और राम भक्तों के केंद्र में है।
वैसे तो राम और राम लीला से राम नगरी का सदियों पुराना वास्ता रहा है लेकिन इस बार राम नगरी में फिल्मी कलाकार रामलीला करेंगे। बॉलीवुड और टीवी सीरियल के तमाम चर्चित कलाकार रामायण कालीन पात्रों की भूमिका में नजर आएंगे। यह रामलीला 17 से 25 अक्टूबर तक राम नगरी के लक्ष्मण किला स्थित सरयू के तट पर होगी।
लेकिन कोरोना महामारी को लेकर भक्त और दर्शक फिल्मी कलाकारों के इस मेगा रामलीला को नहीं देख पाएंगे। कलाकारों की रामलीला का सेटेलाइट चैनल और सोशल मीडिया के प्लेटफार्म यूट्यूब फेसबुक इंस्टाग्राम आदि पर लाइव प्रसारण होगा।
रामलीला के आयोजन को लेकर प्रशासनिक औपचारिकताओं को पूरा करने तथा स्थलीय निरीक्षण के लिए रामलीला समिति के पदाधिकारी मंगलवार को राम नगरी पहुंचे। आचार्य पीठ लक्ष्मण किला के महंत आचार्य मैथिली रमण शरण और जिला प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात की।
मेरी मां फाउंडेशन रामलीला कमेटी के उपाध्यक्ष वी पी टंडन ने बताया कि समिति की चार-पांच सालों से अयोध्या में भव्य रामलीला आयोजित करने की इच्छा थी। समित 10-15 साल से दिल्ली के द्वारका में रामलीला का आयोजन करती है। गत वर्ष की रामलीला में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आए थे।
रामलीला के आयोजन को लेकर लखनऊ में शासन प्रशासन और यहां प्रशासन को जानकारी दी गई है। इस रामलीला में मुंबई बॉलीवुड के कई कलाकार जो बरसों से रामलीला का मंचन करते आ रहे हैं, विभिन्न पात्रों की भूमिका में नजर आएंगे।
पीएम मोदी के हाथों मंदिर निर्माण के लिए नींव रखे जाने के बाद आयोजित हो रही है भव्य रामलीला देश ही नहीं विदेशों में भी राम के प्रति आस्था और भावना को बढ़ाने में मददगार साबित होगी। फाउंडेशन की इच्छा राम के आदर्शों को घर-घर और हरिया तक पहुंचाने की है।