मुरादाबाद : बुखार के रोगियों की संख्या के आगे बौने साबित हो रहे इंतजाम
जिला अस्पताल में 32 बेड का नया बुखार व डेंगू वार्ड भी फुल, अब एमसीएच विंग में 40 बेड पर भर्ती हो रहे बुखार पीड़ित

जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में कुछ इस तरह भर्ती मरीज।
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में बुखार के रोगियों की बढ़ती संख्या के आगे इलाज के प्रबंध बौने साबित हो रहे हैं। जिला अस्पताल में पहले के सभी बेड भरने के बाद 32 बेड का नया डेंगू व बुखार वार्ड बना। लेकिन, बुखार पीड़ितों के भरने के बाद वहां भी भर्ती करने का संकट हो गया। अब एमसीएच विंग में 40 बेड बुखार रोगियों के लिए आरक्षित किया गया। अस्पताल प्रशासन की चिंता है कि यदि यह 40 बेड भी भरने लगा तो फिर मरीजों को कहां भर्ती करेंगे।
जिला अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार को 1500 से अधिक मरीज पहुंचे। इसमें 185 बुखार के रोगी रहे। स्थिति यह रही कि फिजिशियन और बालरोग विशेषज्ञ से इलाज व परामर्श कराने आए मरीजों की संख्या के चलते लंबी लाइन लगी। इससे अन्य चिकित्सकों के कक्ष में आए मरीजों को परेशानी हुई। बुखार के रोगियों की डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर की जांच कराने के लिए पैथॉलाजी विभाग में भी लंबी कतार रही। पहले सैंपल देकर रिपोर्ट जल्दी लेने के चक्कर में मरीजों के बीच नोकझोंक हुई। जिसे संभालने में होमगार्डों को भागदौड़ करनी पड़ी। वहीं गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ने पर परिसर के एमसीएच विंग में भर्ती कराया गया। अस्पताल के इनडोर में बुखार के 50 मरीज भर्ती हैं। जबकि डेंगू संक्रमित 11 मरीजों का इलाज चल रहा है।
अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक डॉ. संगीता गुप्ता ने बताया कि ओपीडी में 1500 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। संक्रामक बीमारियों पर नियंत्रण न लगने से अस्पताल में डेंगू और बुखार के रोगी बड़ी संख्या में आ रहे हैं। ओपीडी में 200 के करीब बुखार पीड़ित परामर्श और इलाज करा रहे हैं। वार्ड में 50 बुखार के रोगियों के अलावा डेंगू संक्रमित 11 मरीज भी डेंगू वार्ड में इलाज के लिए भर्ती किए गए हैं। उनके प्लेटलेट्स की निगरानी की जा रही है।
शिविरों में भी बुखार के रोगी
इन दिनों महानगर से लेकर देहात में स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर लगाकर मरीजों की जांच की जा रही है। शिविर में 1000 मरीज नियमित पहुंच रहे हैं। इसमें डेंगू और मलेरिया की रैपिड जांच के अलावा उनके रक्त का नमूना लेकर प्रयोगशाला जांच के लिए भेजी जा रही है।
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